शिमलाः प्रदेश सरकार की ओर से बस किराए में की गई 25 फीसदी बढ़ोतरी का जनता खुल कर विरोध कर रही है. वहीं, अब छात्र संगठन में खुल कर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश कैबिनेट की ओर से न्यूनतम किराया बढ़ाने एवं बसों के 25 प्रतिशत किराए में वृद्धि के फैसले का पुरजोर विरोध किया है.
प्रदेश मंत्री राहुल राणा ने कहा कि कोरोना काल में बस किराया बढ़ाना दुर्भायपूर्ण है. एक तरफ जहां इस प्रदेश के हजारों लोगों का रोजगार छिन्न चुका है तो वहीं, दूसरी तरफ सरकार का 25 प्रतिशत किराया बढ़ाना कहीं भी तर्कसंगत नहीं दिखाई देता है .
राहुल राणा ने कहा कि कोरोना काल में युवाओं ने श्रमदान ,धनदान इत्यादि करके सरकार की मजबूरी को समझा, लेकिन प्रदेश सरकार कोरोना काल के बीच प्रदेश के लोगों की मजबूरी को समझने में नाकामयाब रही है. प्रदेश पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. ऐसे में इतना ज्यादा किराया बढ़ाने से लोगों पर और बोझ पड़ेगा. बसों में सफर करने वाला आदमी कढ़ी मेहनत करके अपना जीवन व्यतीत करता है. ऊपर से अधिक किराया बढ़ोतरी आम लोगों के शोषण करने के बराबर है.
प्रदेश मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी परिषद मांग करती है की जल्द से जल्द इस फैसले को प्रदेश सरकार वापस ले अन्यथा विद्यार्थी परिषद सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेगी. गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने निजी बस ऑपरेटर के दबाब में बस किराये में बढ़ोतरी की है. जिसका अब प्रदेश की जनता विरोध कर रही है.
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