शिमला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई (ABVP HPU Unit Memorandum to librarian) ने सोमवार को छात्र मांगों को लेकर पुस्तकालय प्रभारी को ज्ञापन सौंपा. विद्यार्थी परिषद ने ज्ञापन के द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग उठाई की पुस्तकालय से संबंधित इस मांग को प्रशासन जल्द पूरा करे. इस दौरान इकाई सहमंत्री सुनील ठाकुर ने कहा कि बीते 2 सालों से पूरे विश्व में कोरोना महामारी के चलते जहां लोगों का जीवन अस्त व्यस्त है. वहीं, कोरोना महामारी के कारण हर क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
उन्होंने कहा कि जहां तक बात करें शिक्षा के क्षेत्र की तो शिक्षा का क्षेत्र भी इस से अछूता नहीं रहा है. इस महामारी के कारण सबसे ज्यादा परेशानी वर्तमान के छात्रों को हो रही है. प्राथमिक हो, माध्यमिक हो, या उच्च शिक्षा, छात्रों की पढ़ाई कोरोना के कारण बुरी तरह से प्रभावित है. सुनील ने कहा कि बीते सप्ताह पहले प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेशों का पालन करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने विवि पुस्तकालय (Demand to open HPU Library) तुरंत प्रभाव से छात्रों के लिए बंद कर दिया था.
इस आदेश के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत विवि लाइब्रेरी में पढ़ने वाले छात्रों को हुई थी. बहुत से (Exams in HPU shimla) छात्र अपने फाइनल एग्जाम, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु विश्वविद्यालय लाइब्रेरी में रोजाना पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन एक छात्र विरोधी आदेश के कारण सैकड़ों छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद ने उस दिन से लेकर आज तक यही मांग उठा रही थी कि छात्रों को उनकी पढ़ाई से वंचित न किया जाए और उन्हें लाइब्रेरी में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ पढ़ने के लिए बैठने दिया जाए.
सुनील ने कहा कि विद्यार्थी परिषद द्वारा लगातार इस फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज करवाने के कारण प्रदेश सरकार को झुकना पड़ा. उन्होंने कहा कि पिछले कल प्रदेश सरकार द्वारा एक अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें शिक्षण संस्थान इत्यादि को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोला जा सकता है. इसी कड़ी में आज विद्यार्थी परिषद ने पुस्तकालय प्रभारी को ज्ञापन सौंपा और उनसे अनुरोध किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन भी अब तुरंत प्रभाव से पुस्तकालय को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोल दे.
ये भी पढ़ें: आईआईटी मंडी के शोधकर्ताओं का दावा, बुरांश की पंखुड़ियों में छिपी है कोरोना की दवा