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बिहार पुलिस का तालिबानी चेहरा! सीएम जयराम के राज में बागवानों की मौज, पढ़ें अब तक की बढ़ी खबरें

बिहार के गया जिला के बेलागंज थाना के आढ़तपुर गांव ( Clash Between Police And Villagers in Adhatpur Village gaya) के लोगों के शरीर पर बर्बर पिटाई के जख्म खुद ब खुद सारी कहानी बयां कर रही है.हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र सिराज में इस साल भारी बर्फबारी से बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं. क्षेत्र में अत्याधिक बर्फबारी से सेब के पेड़ों का चिलिंग सीजन अच्छा बीतने से इस बार सेब की बंपर फसल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. पढ़ें, अब तक की बढ़ी खबरें...

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हिमाचल की बड़ी खबरें
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Published : Feb 17, 2022, 5:05 PM IST

Updated : Feb 17, 2022, 5:53 PM IST

गौतम बुद्ध की धरती गया में देखिये बिहार पुलिस का तालिबानी चेहरा!

बिहार के गया में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई है. पुलिस का आरोप है कि ग्रामीणों ने बालू माफिया के समर्थन में पुलिस पर पत्थरबाजी की है. तो वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं के हाथ बांधकर (Gaya Police Accused Of Beating Women ) पिटाई की. महिलाओं के साथ पुलिस के बर्बरतापूर्ण व्यवहार का वीडियो वायरल हो रहा है.

'जयराम के राज में बागवानों की मौज', एंटी हेल नेट पर 80 प्रतिशत सब्सिडी, ढांचे पर भी 50% राहत

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र सिराज में इस साल भारी बर्फबारी से बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं. क्षेत्र में अत्याधिक बर्फबारी से सेब के पेड़ों का चिलिंग सीजन अच्छा बीतने से इस बार सेब की बंपर फसल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. सेब उत्पादकों को ओलावृष्टि से फसल खराब होने का डर हमेशा सताता रहता है. जिसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा ओलावृष्टि से बचाव को लेकर उपयोग में लाए जाने वाले एंटी हेल नेट पर 80 और इसे लगाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले ढांचे (स्ट्रक्चर) पर भी 50 प्रतिशत सबसिडी दी जाती है.

हमीरपुर में चिकित्सकों की हड़ताल का खामियाजा भुगत रहे मरीज, चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं

हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल जारी है. जिस कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित (Health Services Affected in Himachal) हो रही हैं. जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. हड़ताल के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकार की ओर से चिकित्सकों को बातचीत के लिए शुक्रवार का समय दिया गया है.

यूजी और पीजी के छात्र एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं, SFI ने परीक्षा नियंत्रक को सौंपा ज्ञापन

पिछले डेढ़ महीने से विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूजी और पीजी के छात्रों के लिए एग्जामिनेशन फॉर्म भरने के लिए पोर्टल खोला है, लेकिन इतना लंबा समय होने के बाद भी छात्र अपने एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भर पा (SFI submitted memorandum in HPU) रहे हैं. एसएफआई ने कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन से यह मांग की है कि यूजी और पीजी के एग्जाम फॉर्म में जो समस्याएं आ रही है उन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जाए और जब तक सभी छात्र अपने एग्जाम फॉर्म नहीं भर लेते तब तक एग्जामिनेशन पोर्टल को ओपन रख फॉर्म भरने की डेट को एक्सटेंड किया जाए.

स्पीति घाटी में फल फूल रहा बर्फानी तेंदुओं का जीवन, अठखेलियां करते हुए आ रहे नजर

लाहौल स्पीति की स्पीति घाटी के विभिन्न इलाकों में भी बर्फानी तेंदुए का जनजीवन बेहतर तरीके से फल-फूल रहा है. जिसका परिणाम यह है कि यहां आए (Snow Leopard in Spiti Valley) दिन गांव के साथ लगती पहाड़ियों में बर्फानी तेंदुआ अठखेलियां करते हुए नजर आ रहा है. बर्फानी तेंदुआ बहुत ऊंचाई वाले इलाकों में पाया जाता है लेकिन बर्फबारी के कारण खाने की तलाश में यह इन दिनों निचले इलाकों का रुख करते हैं.

चंबा में स्कूल खुलने के पहले ही दिन बर्फ हटाने में जुटे शिक्षक और विद्यार्थी

हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों पर अभी भी बर्फ जमी हुई है. ऐसे में बच्चों को स्कूल पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं जिला चंबा के कबायली क्षेत्र भरमौर विधानसभा क्षेत्र के अधीन आते प्राथमिक पाठशाला थल्ली सियुका में भी अभी तक बर्फ नहीं पिघल पाई (SCHOOLS REOPEN IN CHAMBA) है. स्कूल के रास्तों पर लगभग पांच फीट बर्फ अभी भी जमी हुई है.स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल खुलने पर ही यह बर्फ हटाने का काम किया गया. साथ ही जैसे-तैसे स्कूल पहुंचे बच्चों ने भी गुरूजनों की बर्फ हटाने में सहायता (Schools reopen in himachal pradesh) की.

नाहन: हिमाचल वन विभाग ने जंगलों को आग से बचाने के लिए बनाई योजना, लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी

हिमाचल वन विभाग द्वारा जिला मुख्यालय नाहन में शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला का (Forest Department workshop in Nahan) आयोजन किया गया. कार्यशाला में गर्मियों के मौसम में जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए योजना तैयार की गई.

जनजातीय जिला किन्नौर में खुले स्कूल, पहले दिन कम संख्या में विद्यालय पहुंचे विद्यार्थी

हिमाचल प्रदेश में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल (SCHOOLS REOPEN IN KINNAUR) खुल गए हैं. ऐसे में सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों को स्कूल में एंट्री दी गई. वहीं, जनजातीय जिला किन्नौर में भी बर्फबारी के बीच छात्र-छात्राएं स्कूल (school regular classes in hp) पहुंचे. हालांकि पहले दिन बहुत ही कम संख्या में छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे.


हिमाचल में चिकित्सकों की हड़ताल के आगे झुकी सरकार! वार्ता के लिए बुलाया

हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल जारी है. जिस कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित (Health Services Affected in Himachal) हो रही हैं. जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. हड़ताल के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकार की ओर से चिकित्सकों को बातचीत के लिए शुक्रवार का समय दिया गया है. अब देखना होगा कि चिकित्सकों की मांगें पूरी होंगी या नहीं.


स्कूल चलें हम...विद्यालयों में लौटी रौनक, स्कूल पहुंच कर बच्चे दिखे उत्साहित

हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में वीरवार से रौनक वापस लौट (School Reopening in Himachal ) आई है. बात अगर राजधानी शिमला की करें तो यहां भी पहली से आठवीं तक के स्कूल खूल गए हैं. बच्चे लंब अंतराल के बाद स्कूल लौटे हैं. जिसकी खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही है. फिलहाल कोरोना का खतरा टला नहीं है, लेकिन स्कूल प्रबंधन द्वारा उचित प्रबंध किए गए हैं और कोविड नियमों की अनुपालना सुनिश्चित बनाई जा रही है.

ऊना में भेड़ पालकों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर, दी गई पशु जीवन रक्षक दवाएं

ऊना में भेड़ पालकों (sheep keeper in Una) के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर लगाया (training camp for sheep keeper) गया. प्रशिक्षण शिविर में वित्त आयोग अध्यक्ष सतपाल सत्ती और वूल फेडरेशन अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने शिरकत (Satpal Singh Satti in Una) की. इस अवसर पर भेड़ पालकों ने उनके समक्ष अपनी समस्याएं भी रखी. वहीं, पशु चिकित्सकों ने भेड़ पालकों को उनके पशुधन में होने वाली कई बीमारियों के प्रति जागरूक भी किया.

ये भी पढ़ें : बिलासपुर ने प्रदेश में मारी बाजी, श्रम पोर्टल पर मजदूर वर्ग को जोड़ा सबसे पहले

गौतम बुद्ध की धरती गया में देखिये बिहार पुलिस का तालिबानी चेहरा!

बिहार के गया में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई है. पुलिस का आरोप है कि ग्रामीणों ने बालू माफिया के समर्थन में पुलिस पर पत्थरबाजी की है. तो वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं के हाथ बांधकर (Gaya Police Accused Of Beating Women ) पिटाई की. महिलाओं के साथ पुलिस के बर्बरतापूर्ण व्यवहार का वीडियो वायरल हो रहा है.

'जयराम के राज में बागवानों की मौज', एंटी हेल नेट पर 80 प्रतिशत सब्सिडी, ढांचे पर भी 50% राहत

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र सिराज में इस साल भारी बर्फबारी से बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं. क्षेत्र में अत्याधिक बर्फबारी से सेब के पेड़ों का चिलिंग सीजन अच्छा बीतने से इस बार सेब की बंपर फसल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. सेब उत्पादकों को ओलावृष्टि से फसल खराब होने का डर हमेशा सताता रहता है. जिसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा ओलावृष्टि से बचाव को लेकर उपयोग में लाए जाने वाले एंटी हेल नेट पर 80 और इसे लगाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले ढांचे (स्ट्रक्चर) पर भी 50 प्रतिशत सबसिडी दी जाती है.

हमीरपुर में चिकित्सकों की हड़ताल का खामियाजा भुगत रहे मरीज, चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं

हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल जारी है. जिस कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित (Health Services Affected in Himachal) हो रही हैं. जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. हड़ताल के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकार की ओर से चिकित्सकों को बातचीत के लिए शुक्रवार का समय दिया गया है.

यूजी और पीजी के छात्र एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं, SFI ने परीक्षा नियंत्रक को सौंपा ज्ञापन

पिछले डेढ़ महीने से विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूजी और पीजी के छात्रों के लिए एग्जामिनेशन फॉर्म भरने के लिए पोर्टल खोला है, लेकिन इतना लंबा समय होने के बाद भी छात्र अपने एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भर पा (SFI submitted memorandum in HPU) रहे हैं. एसएफआई ने कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन से यह मांग की है कि यूजी और पीजी के एग्जाम फॉर्म में जो समस्याएं आ रही है उन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जाए और जब तक सभी छात्र अपने एग्जाम फॉर्म नहीं भर लेते तब तक एग्जामिनेशन पोर्टल को ओपन रख फॉर्म भरने की डेट को एक्सटेंड किया जाए.

स्पीति घाटी में फल फूल रहा बर्फानी तेंदुओं का जीवन, अठखेलियां करते हुए आ रहे नजर

लाहौल स्पीति की स्पीति घाटी के विभिन्न इलाकों में भी बर्फानी तेंदुए का जनजीवन बेहतर तरीके से फल-फूल रहा है. जिसका परिणाम यह है कि यहां आए (Snow Leopard in Spiti Valley) दिन गांव के साथ लगती पहाड़ियों में बर्फानी तेंदुआ अठखेलियां करते हुए नजर आ रहा है. बर्फानी तेंदुआ बहुत ऊंचाई वाले इलाकों में पाया जाता है लेकिन बर्फबारी के कारण खाने की तलाश में यह इन दिनों निचले इलाकों का रुख करते हैं.

चंबा में स्कूल खुलने के पहले ही दिन बर्फ हटाने में जुटे शिक्षक और विद्यार्थी

हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों पर अभी भी बर्फ जमी हुई है. ऐसे में बच्चों को स्कूल पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं जिला चंबा के कबायली क्षेत्र भरमौर विधानसभा क्षेत्र के अधीन आते प्राथमिक पाठशाला थल्ली सियुका में भी अभी तक बर्फ नहीं पिघल पाई (SCHOOLS REOPEN IN CHAMBA) है. स्कूल के रास्तों पर लगभग पांच फीट बर्फ अभी भी जमी हुई है.स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल खुलने पर ही यह बर्फ हटाने का काम किया गया. साथ ही जैसे-तैसे स्कूल पहुंचे बच्चों ने भी गुरूजनों की बर्फ हटाने में सहायता (Schools reopen in himachal pradesh) की.

नाहन: हिमाचल वन विभाग ने जंगलों को आग से बचाने के लिए बनाई योजना, लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी

हिमाचल वन विभाग द्वारा जिला मुख्यालय नाहन में शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला का (Forest Department workshop in Nahan) आयोजन किया गया. कार्यशाला में गर्मियों के मौसम में जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए योजना तैयार की गई.

जनजातीय जिला किन्नौर में खुले स्कूल, पहले दिन कम संख्या में विद्यालय पहुंचे विद्यार्थी

हिमाचल प्रदेश में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल (SCHOOLS REOPEN IN KINNAUR) खुल गए हैं. ऐसे में सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों को स्कूल में एंट्री दी गई. वहीं, जनजातीय जिला किन्नौर में भी बर्फबारी के बीच छात्र-छात्राएं स्कूल (school regular classes in hp) पहुंचे. हालांकि पहले दिन बहुत ही कम संख्या में छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे.


हिमाचल में चिकित्सकों की हड़ताल के आगे झुकी सरकार! वार्ता के लिए बुलाया

हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल जारी है. जिस कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित (Health Services Affected in Himachal) हो रही हैं. जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. हड़ताल के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकार की ओर से चिकित्सकों को बातचीत के लिए शुक्रवार का समय दिया गया है. अब देखना होगा कि चिकित्सकों की मांगें पूरी होंगी या नहीं.


स्कूल चलें हम...विद्यालयों में लौटी रौनक, स्कूल पहुंच कर बच्चे दिखे उत्साहित

हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में वीरवार से रौनक वापस लौट (School Reopening in Himachal ) आई है. बात अगर राजधानी शिमला की करें तो यहां भी पहली से आठवीं तक के स्कूल खूल गए हैं. बच्चे लंब अंतराल के बाद स्कूल लौटे हैं. जिसकी खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही है. फिलहाल कोरोना का खतरा टला नहीं है, लेकिन स्कूल प्रबंधन द्वारा उचित प्रबंध किए गए हैं और कोविड नियमों की अनुपालना सुनिश्चित बनाई जा रही है.

ऊना में भेड़ पालकों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर, दी गई पशु जीवन रक्षक दवाएं

ऊना में भेड़ पालकों (sheep keeper in Una) के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर लगाया (training camp for sheep keeper) गया. प्रशिक्षण शिविर में वित्त आयोग अध्यक्ष सतपाल सत्ती और वूल फेडरेशन अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने शिरकत (Satpal Singh Satti in Una) की. इस अवसर पर भेड़ पालकों ने उनके समक्ष अपनी समस्याएं भी रखी. वहीं, पशु चिकित्सकों ने भेड़ पालकों को उनके पशुधन में होने वाली कई बीमारियों के प्रति जागरूक भी किया.

ये भी पढ़ें : बिलासपुर ने प्रदेश में मारी बाजी, श्रम पोर्टल पर मजदूर वर्ग को जोड़ा सबसे पहले

Last Updated : Feb 17, 2022, 5:53 PM IST
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