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Free Test In IGMC: आईजीएमसी में 56 प्रकार के टेस्ट मुफ्त, कुछ दिनों में इतने टेस्ट होंगे नि:शुल्क

शिमला स्थित प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी की 24x7 पर आधारित लैब में एक साल में करीब 40 लाख 50 हजार टेस्ट किए गए (Free Test In IGMC Lab) हैं. इन सभी टेस्टों पर करीब 1 करोड़ रुपए का खर्च किया गया. वहीं ,अगर यह सभी टेस्ट एसआरएल या अन्य किसी निजी लैब में करवाए जाते तो इनका खर्च करीब 3 करोड़, 3 लाख 80 हजार रुपए होता.

Free Test In IGMC Lab
आईजीएमसी में 56 प्रकार के टेस्ट मुफ्त, जल्द बढ़ेगी संख्या
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Published : Jun 5, 2022, 8:28 AM IST

शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में सरकार द्वारा करवाए जा रहे फ्री टेस्ट के कारण लोगों को काफी फायदा मिल रहा (Free Test In IGMC Lab) है. बता दें, अस्पताल में 1 अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक करीब 40 लाख 50 हजार टेस्ट किए गए. इन सभी टेस्टों पर करीब 1 करोड़ रुपए का खर्च किया गया.वहीं, अगर यह सभी टेस्ट एसआरएल या अन्य किसी निजी लैब में करवाए जाते तो इनका खर्च करीब 3 करोड़, 3 लाख 80 हजार रुपए होता. यह बात अस्पताल के एमएस डॉ. जनक राज ने कही.

निःशुल्क टेस्ट से लोगों को मिला लाभ: उन्होंने कहा कि अस्पताल में 25 लाख टेस्ट सरकार के द्वारा प्रदान की जा रही फ्री टेस्टिंग प्रक्रिया के तहत किए गए है. उन्होंने बताया कि इमरजेंसी लैब की सुविधा न होने के कारण यह 40 लाख 50 हजार टेस्ट यदि अस्पताल प्रशासन निजी लैब से करवाता तो प्रशासन को 2 करोड़ रुपए का अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता. अस्पताल में इमरजेंसी टेस्टिंग की सुविधा मरीजों को तो लाभ पहुंच रही है. वहीं सरकार को भी सीधे तौर पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ से बचाया जा रहा है.

Free Test In IGMC Lab
आईजीएमसी में 56 प्रकार के टेस्ट मुफ्त, जल्द बढ़ेगी संख्या

IGMC में 56 प्रकार के टेस्ट निःशुल्क: अस्पताल प्रबंधन की ओर से सरकार के दिशा निर्देशों के तहत आईजीएमसी में 56 प्रकार के टेस्ट मुफ्त करवाए जा रहे (56 free test in igmc) हैं. वहीं टेस्ट की यह संख्या बढ़ कर जल्द ही 113 होने वाली है. उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला में हमेशा से एक अच्छी और विश्वसनीय 24 घंटे चलने वाली प्रयोगशाला की आवश्यकता महसूस होती थी. राज्य के प्रत्येक कोने से इस संस्थान में आने वाले रोगियों के प्रबंधन और चिकित्सकों की जरूरतों और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, सभी डाइयग्नास्टिक क्षमताओं वाले अत्याधुनिक परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना पिछले साल मुख्यमंत्री ने 30 मई 2021 के दिन की थी, हालांकि यह लैब पिछले साल अप्रेल माह से संचालित की गई.

अस्पताल में ये टेस्ट उपलब्ध: प्रयोगशाला सभी जैव रासायनिक (आरएफटी, एलएफटी, लिपिड, इलेक्ट्रोलाइट्स, एडीए आदि) हेमेटोलॉजी (एचबी, सीबीसी), सीएसएफ परीक्षा और हेमोस्टेसिस पैरामीटर (पीटी / आईएनआर) के साथ इलेक्ट्रोलाइट्स, रक्त गैस विश्लेषण जैसे *पाइंट ओफ केयर* प्रदान करने में सक्षम है. यह प्रयोगशाला सभी प्रकार के रोगियों और उनके इलाज करने वाले डॉक्टरों के मार्गदर्शन के लिए 24x7 अनेकों प्रकार के मार्कर टेस्ट जैसे *सीआरपीएफ, फेरिटिन, डी डाइमर* करने में सक्षम है. इस लैब की स्थापना के बाद अब आईजीएमसी ने लिथियम परीक्षण प्रदान करने की क्षमता हासिल कर ली है. यह सुविधा अस्पताल में पहले नहीं थी.

IGMC में 24x7 लैब की सुविधा: सरकार के निरंतर सहयोग के चलते लैब में कोई भी नमूना किसी भी परीक्षण के लिए किसी भी समय 24x7 जांच करने की सुविधा है. जांच की रिपोर्ट न्यूनतम समय में मिलने से गंभीर मरीजों के डाययग्नोसिस और इलाज में तेजी आ रही है, परिणामस्वरूप हॉस्पिटल की मूलभूत व्यवस्था एवं कार्यशैली में सुधार हुआ है और आईजीएमसी में आने वाले रोगियों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम बना है. आईजीएमसी की यह लैब 24x7 आधार पर सभी डाइयग्नास्टिक समाधान प्रदान कर रही है और इसमें मौजूदा बुनियादी ढांचे (जनशक्ति और संसाधन) के भीतर पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए एक रोल मॉडल की तरह कार्य कर रही है.

ये भी पढ़ें: SHIMLA: आईजीएमसी में स्टाफ की कमी मरीजों पर पड़ रही भारी, डॉक्टरों की कमी के चलते किडनी ट्रांसप्लांट बंद

शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में सरकार द्वारा करवाए जा रहे फ्री टेस्ट के कारण लोगों को काफी फायदा मिल रहा (Free Test In IGMC Lab) है. बता दें, अस्पताल में 1 अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक करीब 40 लाख 50 हजार टेस्ट किए गए. इन सभी टेस्टों पर करीब 1 करोड़ रुपए का खर्च किया गया.वहीं, अगर यह सभी टेस्ट एसआरएल या अन्य किसी निजी लैब में करवाए जाते तो इनका खर्च करीब 3 करोड़, 3 लाख 80 हजार रुपए होता. यह बात अस्पताल के एमएस डॉ. जनक राज ने कही.

निःशुल्क टेस्ट से लोगों को मिला लाभ: उन्होंने कहा कि अस्पताल में 25 लाख टेस्ट सरकार के द्वारा प्रदान की जा रही फ्री टेस्टिंग प्रक्रिया के तहत किए गए है. उन्होंने बताया कि इमरजेंसी लैब की सुविधा न होने के कारण यह 40 लाख 50 हजार टेस्ट यदि अस्पताल प्रशासन निजी लैब से करवाता तो प्रशासन को 2 करोड़ रुपए का अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता. अस्पताल में इमरजेंसी टेस्टिंग की सुविधा मरीजों को तो लाभ पहुंच रही है. वहीं सरकार को भी सीधे तौर पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ से बचाया जा रहा है.

Free Test In IGMC Lab
आईजीएमसी में 56 प्रकार के टेस्ट मुफ्त, जल्द बढ़ेगी संख्या

IGMC में 56 प्रकार के टेस्ट निःशुल्क: अस्पताल प्रबंधन की ओर से सरकार के दिशा निर्देशों के तहत आईजीएमसी में 56 प्रकार के टेस्ट मुफ्त करवाए जा रहे (56 free test in igmc) हैं. वहीं टेस्ट की यह संख्या बढ़ कर जल्द ही 113 होने वाली है. उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला में हमेशा से एक अच्छी और विश्वसनीय 24 घंटे चलने वाली प्रयोगशाला की आवश्यकता महसूस होती थी. राज्य के प्रत्येक कोने से इस संस्थान में आने वाले रोगियों के प्रबंधन और चिकित्सकों की जरूरतों और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, सभी डाइयग्नास्टिक क्षमताओं वाले अत्याधुनिक परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना पिछले साल मुख्यमंत्री ने 30 मई 2021 के दिन की थी, हालांकि यह लैब पिछले साल अप्रेल माह से संचालित की गई.

अस्पताल में ये टेस्ट उपलब्ध: प्रयोगशाला सभी जैव रासायनिक (आरएफटी, एलएफटी, लिपिड, इलेक्ट्रोलाइट्स, एडीए आदि) हेमेटोलॉजी (एचबी, सीबीसी), सीएसएफ परीक्षा और हेमोस्टेसिस पैरामीटर (पीटी / आईएनआर) के साथ इलेक्ट्रोलाइट्स, रक्त गैस विश्लेषण जैसे *पाइंट ओफ केयर* प्रदान करने में सक्षम है. यह प्रयोगशाला सभी प्रकार के रोगियों और उनके इलाज करने वाले डॉक्टरों के मार्गदर्शन के लिए 24x7 अनेकों प्रकार के मार्कर टेस्ट जैसे *सीआरपीएफ, फेरिटिन, डी डाइमर* करने में सक्षम है. इस लैब की स्थापना के बाद अब आईजीएमसी ने लिथियम परीक्षण प्रदान करने की क्षमता हासिल कर ली है. यह सुविधा अस्पताल में पहले नहीं थी.

IGMC में 24x7 लैब की सुविधा: सरकार के निरंतर सहयोग के चलते लैब में कोई भी नमूना किसी भी परीक्षण के लिए किसी भी समय 24x7 जांच करने की सुविधा है. जांच की रिपोर्ट न्यूनतम समय में मिलने से गंभीर मरीजों के डाययग्नोसिस और इलाज में तेजी आ रही है, परिणामस्वरूप हॉस्पिटल की मूलभूत व्यवस्था एवं कार्यशैली में सुधार हुआ है और आईजीएमसी में आने वाले रोगियों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम बना है. आईजीएमसी की यह लैब 24x7 आधार पर सभी डाइयग्नास्टिक समाधान प्रदान कर रही है और इसमें मौजूदा बुनियादी ढांचे (जनशक्ति और संसाधन) के भीतर पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए एक रोल मॉडल की तरह कार्य कर रही है.

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