शिमला: कोरोना काल में प्रदेश में ब्लड बैंक में खून की काफी कमी हो गई थी, लेकिन अब धीरे-धीरे हालात सामान्य होने पर एक बार फिर से प्रदेश में लोगों को राक्तदान के लिए जागरूक किया जा रहा है. इसी कड़ी में सोलन शिमला सीमा (Shimla Solan Boarder) पर स्थित सायरी पंचायत (Sairi Panchayat shimla) द्वारा रविवार को एक रक्तदान शिविर (blood donation camp) का आयोजन किया गया. शिविर का उद्धघाटन विधायक विक्रमादित्य सिंह (MLA Vikramaditya Singh) ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि रक्तदान हर व्यक्ति का सामाजिक दायित्व (social responsibility) है. रोगियों का जीवन बचाने में इसका कोई विकल्प नहीं है.
वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत प्रधान अंजू राठौर ने की. इस अवसर पर 22 लोगों ने रक्त दान (people donated blood) किया. प्रधान अंजू राठौर ने बताया कि रक्तदान के प्रति महिलाओं ने ज्यादा उत्साह दिखाया (women showed more enthusiasm). शिविर की पहली रक्तदाता आशा कुमारी का कहना था कि खून देना एक पुण्य मिलता है. अंजू ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रक्तदान शिविर लगाना अपने आप में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे समाज में जागरूकता (awareness) आती है.
ये भी पढ़ें: विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी के दरबार में रविवार के दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
अंजू राठौर ने कहा कि गांव में लोग अपनी व्यस्त समय के बाद भी समय निकाल कर रक्त दान करने आएं. वहीं युवाओं (Youth donated blood) ने भी दूर-दूर से आकर रक्त दान किया. शिविर के संचालन में अंजना ठाकुर, नीलम कंवर समेत कई युवाओं ने सहयोग किया.
ये भी पढ़ें: PAONTA SAHIB: हत्या या आत्महत्या, संदिग्ध परिस्थितियों में मिला युवक का शव