शिमला: हिमाचल प्रदेश में हो रहे उपचुनावों में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ काम करने वालों पर बीजेपी सख्त हो गई है. पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ काम करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. जुब्बल कोटखाई भाजपा मंडल के अध्यक्ष और महामंत्री सहित कुल 13 पदाधिकारियों को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है. भाजपा प्रदेश कार्यालय की तरफ जारी प्रेस विज्ञप्ति में इस बात की पुष्टि की गई है.
अब उम्मीद लगाई जा रही है कि शुक्रवार को भाजपा नए मंडल का गठन कर सकती है. दरअसल कुछ दिन पहले ही सामूहिक इस्तीफा दिया गया था. उस समय जुब्बल-कोटखाई से चेतन बरागटा के समर्थन में प्रदेश कार्यकारिणी और अन्य भाजपा की ईकाइयों में शामिल कार्यकर्ताओं ने भी इस्तीफे दे दिए थे. दिलचस्प बात यह है कि जुब्बल-कोटखाई चुनावों के प्रभारी सुरेश भारद्वाज कई बार प्रदेश संगठन से जुब्बल-कोटखाई मंडल भंग करने की मांग कर चुके हैं. वह अपनी इच्छा अनुसार मंडल बनाने की कोशिश में हैं और अब उनका रास्ता साफ लग रहा है.
जुब्बल- कोटखाई भाजपा मंडल अध्यक्ष गोपाल जबैइक व मंडल के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों ने अपने पदों से त्याग पत्र दे दिया है. उपचुनाव में पार्टी द्वारा चेतन बरागटा को टिकट नहीं देने से खफा मंडल भाजपा पदाधिकारियों ने त्याग पत्र दिया है. महासू जिला भाजपा अध्यक्ष अजय श्याम ने बताया कि उन्हें जुब्बल कोटखाई मंडल भाजपा अध्यक्ष के माध्यम से त्याग पत्र मिला है. पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को इसे लेकर अवगत करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्देश मिलते ही जल्द मंडल की अंतरिम कार्यकारिणी का गठन होगा.
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