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हनुमान जी हरेंगे हर दुख, मंगलवार को ऐसे करें बजरंगबली की पूजा

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Published : Feb 1, 2022, 10:46 AM IST

सनातन धर्म में देवताओं के आधार पर दिनों को निर्धारित किया गया है. जैसे सोमवार के कारक देवता भगवान शिव को माना जाता है वैसे ही मंगलवार के कारक देवता भगवान हनुमान जी को माना गया है. आज मंगलवार है यानी मंगलकारी भगवान हनुमान जी का दिन. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि मंगलवार के दिन आप किस विधि से पूजा करें कि आपका मंगल हो.

worship of hanuman ji
हनुमान जी की पूजा

नई दिल्ली : मंगलवार का दिन हनुमान जी का दिन होता है और हनुमान जी को मंगलकारी भगवान कहा जाता है. मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं कि मंगलवार के दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और कुंडली में मंगल ग्रह के निर्बल होने का प्रभाव बदल जाता है और शुभ फल की प्राप्ति होती है. वहीं मंगलवार के दिन व्रत करने से सम्मान, बल, साहस और पुरुषार्थ में भी वृद्धि होती है. इस दिन शुभ समय पर पूजा-अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और सभी तरह के संकट से मुक्ति मिलती है. आइए जानें मंगलवार को हनुमान जी की पूजा का सही समय और विधि क्या है.

हनुमान जी की पूजा का समय

मंगलवार के दिन सुबह और शाम के वक्त हनुमान जी की पूजा करना फलदायी होता है. इस दिन आप सूर्योदय के बाद और शाम को सूर्यास्त बाद हनुमान जी की पूजा करें. वैसे पूरे दिन में सूर्यास्त के बाद ही पूजा का शुभ मुहूर्त होता है. लेकिन माना जाता है कि सूर्योदय के बाद हनुमान जी की पूजा करने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं. मंगलवार को मंगल ग्रह का दिन भी माना जाता है.

हनुमान जी की पूजा की विधि

हनुमान जी की सही विधि के साथ पूजा करना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि हनुमान जी की पूजा जितनी सरह है उतनी ही कठिन भी है. मंगलवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद लाल रंग का वस्त्र पहनें. आप घर या मंदिर कहीं भी पूजा कर सकते हैं. घर में पूजा करने के लिए ईशान कोण को साफ करके यहां पर एक चौकी की स्थापना करें और उस पर लाल वस्त्र बिछाएं और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें. साथ ही भगवान श्री राम और माता सीता की मूर्ति रखना न भूलें. फिर घी का दीपक जलाएं. दीप, धूप जलाकर हनुमान चालिसा का पाठ करें और हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें. लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. इसके बाद सुंदरकांड का पाठ करें और सबसे अंत में हनुमान जी की आरती करके पूजा का समापन करें. मंगलवार के दिन भगवान को गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं और परिवार के सदस्यों में प्रसाद का वितरण करें. अगर आप व्रत हैं तो ध्यान रखें शाम के समय एक बार भोजन करें और खाने में सिर्फ मीठा भोजन ही शामिल करें, साथ ही दिन में केले, दूध और मीठे फलाहार शामिल कर सकते हैं.

इन मंत्रों के साथ करें हनुमान जी की पूजा

worship of hanuman ji
हनुमान बीज मंत्र

हनुमान जी की पूजा करते समय रखें ध्यान

तिल के तेल में मिला हुआ सिंदूर हनुमान जी को लेपना अच्छा होता है. हनुमान जी को कमल, गेंदे, सूरजमुखी का फूल अर्पित करें. चंदन को घिसकर केसर में मिलाएं और इसे हनुमान जी को लगाएं. हनुमान जी की मूर्ति के नेत्रों में देखते हुए मंत्रों का जाप करें. हनुमान जी को पूजा करते समय ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

worship of hanuman ji
बजरंगबली की पूजा

महिलाएं भी कर सकती हैं मंगलवार का व्रत

मंगलवार के व्रत को लेकर कहीं-कहीं महिलाओं के मन में संदेह की स्थिति बनी रहती है. लेकिन हिंदु धर्मग्रथों के अनुसार महिलाएं भी हनुमान जी का व्रत कर सकती हैं. धार्मिक ग्रंथों में महिलाओं द्वारा हनुमान जी की पूजा और व्रत नहीं करने को लेकर नहीं लिखा गया है. लेकिन व्रत और पूजा के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें कि वह हनुमान जी को लाल वस्त्र या सिंदूर न चढ़ाएं क्योंकि हनुमान जी ब्रह्मचारी थे. साथ ही महिलाएं अपने शुद्ध दिनों में ही हनुमान जी की पूजा करें.

नई दिल्ली : मंगलवार का दिन हनुमान जी का दिन होता है और हनुमान जी को मंगलकारी भगवान कहा जाता है. मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं कि मंगलवार के दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और कुंडली में मंगल ग्रह के निर्बल होने का प्रभाव बदल जाता है और शुभ फल की प्राप्ति होती है. वहीं मंगलवार के दिन व्रत करने से सम्मान, बल, साहस और पुरुषार्थ में भी वृद्धि होती है. इस दिन शुभ समय पर पूजा-अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और सभी तरह के संकट से मुक्ति मिलती है. आइए जानें मंगलवार को हनुमान जी की पूजा का सही समय और विधि क्या है.

हनुमान जी की पूजा का समय

मंगलवार के दिन सुबह और शाम के वक्त हनुमान जी की पूजा करना फलदायी होता है. इस दिन आप सूर्योदय के बाद और शाम को सूर्यास्त बाद हनुमान जी की पूजा करें. वैसे पूरे दिन में सूर्यास्त के बाद ही पूजा का शुभ मुहूर्त होता है. लेकिन माना जाता है कि सूर्योदय के बाद हनुमान जी की पूजा करने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं. मंगलवार को मंगल ग्रह का दिन भी माना जाता है.

हनुमान जी की पूजा की विधि

हनुमान जी की सही विधि के साथ पूजा करना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि हनुमान जी की पूजा जितनी सरह है उतनी ही कठिन भी है. मंगलवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद लाल रंग का वस्त्र पहनें. आप घर या मंदिर कहीं भी पूजा कर सकते हैं. घर में पूजा करने के लिए ईशान कोण को साफ करके यहां पर एक चौकी की स्थापना करें और उस पर लाल वस्त्र बिछाएं और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें. साथ ही भगवान श्री राम और माता सीता की मूर्ति रखना न भूलें. फिर घी का दीपक जलाएं. दीप, धूप जलाकर हनुमान चालिसा का पाठ करें और हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें. लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. इसके बाद सुंदरकांड का पाठ करें और सबसे अंत में हनुमान जी की आरती करके पूजा का समापन करें. मंगलवार के दिन भगवान को गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं और परिवार के सदस्यों में प्रसाद का वितरण करें. अगर आप व्रत हैं तो ध्यान रखें शाम के समय एक बार भोजन करें और खाने में सिर्फ मीठा भोजन ही शामिल करें, साथ ही दिन में केले, दूध और मीठे फलाहार शामिल कर सकते हैं.

इन मंत्रों के साथ करें हनुमान जी की पूजा

worship of hanuman ji
हनुमान बीज मंत्र

हनुमान जी की पूजा करते समय रखें ध्यान

तिल के तेल में मिला हुआ सिंदूर हनुमान जी को लेपना अच्छा होता है. हनुमान जी को कमल, गेंदे, सूरजमुखी का फूल अर्पित करें. चंदन को घिसकर केसर में मिलाएं और इसे हनुमान जी को लगाएं. हनुमान जी की मूर्ति के नेत्रों में देखते हुए मंत्रों का जाप करें. हनुमान जी को पूजा करते समय ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

worship of hanuman ji
बजरंगबली की पूजा

महिलाएं भी कर सकती हैं मंगलवार का व्रत

मंगलवार के व्रत को लेकर कहीं-कहीं महिलाओं के मन में संदेह की स्थिति बनी रहती है. लेकिन हिंदु धर्मग्रथों के अनुसार महिलाएं भी हनुमान जी का व्रत कर सकती हैं. धार्मिक ग्रंथों में महिलाओं द्वारा हनुमान जी की पूजा और व्रत नहीं करने को लेकर नहीं लिखा गया है. लेकिन व्रत और पूजा के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें कि वह हनुमान जी को लाल वस्त्र या सिंदूर न चढ़ाएं क्योंकि हनुमान जी ब्रह्मचारी थे. साथ ही महिलाएं अपने शुद्ध दिनों में ही हनुमान जी की पूजा करें.

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