पांवटा साहिब: बीते गुरुवार हुई भारी बारिश की वजह से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है, लेकिन प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कोई कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों को परेशानी होने के साथ-साथ हादसा होने का डर सता रहा है.
बता दें कि कोरोना जैसी महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान यमुना नदी पूरी तरह से साफ हो गई थी, लेकिन ऊपरी इलाकों में हुई बरसात की वजह से गिरी नदी और टौंस नदियों का पानी यमुना में मिलने से नदी का जलस्तर बढ़ गया है और आस-पास का कचरा नदी में आ आने से पानी भी गंदा हो गया है.
गौर रहे कि यमुना नदी में स्नान करने के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, अमृतसर और उत्तराखंड के लोग आते हैं, लेकिन कोरोनाकाल के चलते इसबार घाट खाली पड़े हैं. जिला प्रशासन ने यमुना नदी के घाटों पर पुख्ता इंतजाम न होने से कई लोगों की मौत डुबने से हो चुकी है.
स्थानीय निवासी अतर सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान यमुना नदी पूरी तरह से साफ हो गई थी, क्योंकि लोगों का आना-जाना बंद था. उन्होंने बताया कि गुरुवार को यमुना नदी का जलस्तर दो फुट तक बढ़ गया था, लेकिन जिला प्रशासन ने यमुना नदी पर कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए हैं. जिससे अनहोनी होने का डर बना रहता
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