शिमलाः प्रदेश की जनता पर वित्तीय बोझ न पड़े इसलिए बस किराये में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई है. निजी बस ऑपरेटर्स की हड़ताल के बाद पैदा हुई स्थिति की समीक्षा बैठक के बाद यह बात गोविंद ठाकुर ने कही.
परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से हिमाचल पथ परिवहन निगम ने प्रदेश के अंदर बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है. कोविड-19 महामारी से पैदा हुई इस विकट स्थिति में निगम के साथ-साथ निजी ऑपरेटर्स भी बेहतर कार्य कर रहे हैं. लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने वाले निजी ऑपरेटर्स को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.
गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत जल्द ही नई विद्युत संचालित बसों की खरीद की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के बैरियरों को हाईटेक करने के साथ-साथ प्रदेश के ब्लैक स्पॉट्स को भी चिन्हित किया जाएगा. इससे प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की बजट घोषणाओं को पूरा करने के उद्देश्य से परिवहन विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है. आम जनता की सुविधा के लिए परिवहन विभाग को कम्प्यूटरी करण करने सहित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय और क्षेत्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण में पॉश मशीन स्थापित की जा चुकी है. प्रदेश में निरीक्षण और प्रमाणन केंद्र के लिए केन्द्र सरकार ने 16 करोड़ 50 लाख रुपये प्रदान किए हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ती परिवहन सुविधाओं को देखते हुए नए अड्डों और पार्किंग का कार्य भी चल रहा है. लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से निगम में खाली पड़े पदों को भरने का काम भी जल्द ही पूरा किया जाएगा. बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों में सीएनजी बसें चलाने के साथ-साथ दूर-दराज क्षेत्रों में पेट्रोल पम्प स्थापित करने पर भी विचार-विमर्श किया गया. इस अवसर पर प्रधान सचिव परिवहन केके पंत, प्रबन्ध निदेशक युनिस, निदेशक कैप्टन जेएम पठानिया सहित अन्य अधिकारियों भी उपस्थित थे.