नाहन:सड़कें किसी भी क्षेत्र की लाइफ लाइन कहलाती हैं, लेकिन सिरमौर के दुर्गम क्षेत्र शिलाई को उत्तराखंड से जोड़ने वाली सड़क ही यहां के ग्रामीणों व किसानों के लिए दुर्भाग्य बन चुकी है. उस पर हालात ऐसे कि सरकार, स्थानीय नेता व संबंधित विभाग का इस ध्यान नहीं जा रहा है.
उपमंडल शिलाई के तहत उत्तराखंड को जोड़ने वाले कफोटा-कोटी सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गढ्ढे पड़ गए हैं. कई जगहों पर सड़क पर पानी बह रहा है. खस्ताहाल हो चुकी सड़क पर धूल ही धूल उड़ती है. मुसाफिरों को हिचकोले खाते हुए सफर करना पड़ रहा है.
शिलाई के कफोटा के आस-पास की कई पंचायतों के हजारों ग्रामीणों का उत्तराखंड आना-जाना लगा रहता है. यही नहीं स्थानीय किसान अपनी फसलें उत्तराखंड की विकास नगर मंडी तक पहुंचाते हैं. बावजूद सड़क की कोई सुध नहीं ले रहा है.
स्थानीय निवासी संदीप चौहान का कहना है कि सड़क के हालत बद से बदतर हो चुकी है. चुनाव आते ही नेता व मंत्री आने शुरू हो जाते हैं, लेकिन विकास की जो रिपोर्ट है वो यहां जीरों है. उत्तराखंड को जोड़ने वाली इस सड़क का बुरा हाल है. सैंकड़ों की तादाद में यहां से वाहन गुजरते है. सड़क की हालत खराब होने के कारण हादसे भी बढ़े हैं.
उधर एक अन्य स्थानीय निवासी खजान सिंह का कहना है कि सड़क के बेहद बुरे हैं. इस सड़क की तरफ बेहद कम ध्यान दिया जाता है. पीडब्ल्यूडी की लेबर भी अब यहां नहीं आते. दो साल पहले टायरिंग हुई थी, वह भी सारी उखड़ गई है. ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान किया जाए.