पांवटा साहिब: कोरोना महामारी के बीच लगे लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. लेकिन छोटे हों या बड़े कारोबारी सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पांवटा साहिब के चिल्ड्रन पार्क नगर परिषद पार्क और ऐतिहासिक गुरुद्वारे में लगे झूले की वजह से कई लोगों को रोजगार मिलता था, सफाई कर्मचारियों की भी रोजी रोटी का इंतजाम हो जाता था. लेकिन करीब 8 महीने से कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है.
दुकान का किराया निकलना मुश्किल
शहर की गुरुद्वारा मार्केट के दुकानदार सोनू सिंह कहते है कि करीब 6 महीनों से उनका रोजगार ठप पड़ा है. घर का किराया, दुकान का किराया निकालना मुश्किल हो गया है. वहीं, एक और दुकानदार लेखराज का कहना है कि कोरोना महामारी से पहले मनोरंजन पार्क लोगों की चहलकदमी से गुलजार रहते थे, लोगों के आगमन से यहां के दुकानदारों को भी अच्छी आमदनी होती थी.
व्यापारियों की टूटी कमर
कोरोना की वजह से चौपट कारोबार कारोबार ने व्यापारियों की तो कमर तोड़ दी है ऐसे में कम से कम पार्को को खोल कर उनकी सफाई ताकि शहर के लोगों का आगमन तो बड़े जिससे कम से कम गुरुद्वारा मार्केट और इंदिरा मार्केट के दुकानदारों के रोजगार चल पड़ेंगे.
आठ महीने से परिवार से दूर
मनोरंजन पार्क में काम करने वाले रविंदर बताते हैं कि कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों में लोग उन्हें खाना खिलाते थे लेकिन अब लोग भी मना कर रहे हैं. करीब 8 महीने से परिवार से दूर हैं. जावीर कहते हैं कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है तबसे वे घर नहीं गए हैं. पहले उन्हें 10 हजार रुपये वेतन मिलते थे, लेकिन लॉकडाउन नहीं मिल पा रहा है.
पार्कों में पसरा सन्नाटा
शहर के समाजसेवी इंद्र सिंह राणा का कहना है कि कोरोना महामारी से पहले पार्क में लोगों की चहलकदमी करते हुए नजर आते थे. अब यहां सन्नाटा पसरा हुआ है. पार्कों में बड़ी-बड़ी घास उग आई है. मनोरजंन पार्क खुलने से लोगों के लिए रोजगार के साधन खुल जाएंगे
पार्क खोलने के आदेश नहीं
पार्कों की दुर्दशा को लेकर जब नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से अभी पार्क खोलने की परमिशन नहीं मिली है. जल्द ही पार्क की मरम्मत कराई जाएगी.