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फूलों की खेती से सुरेंद्र ने मजबूत की अपनी आर्थिकी, सालाना कमा रहे पांच लाख - फूलों की खेती

हिमाचल के फूलों की महक देश नहीं बल्कि विदेशों तक भी पहुंच रही है. हिमाचल के किसान (farmers of himachal) फूल फ्लाइट के माध्यम से चंडीगढ़ से दिल्ली, गाजीपुर मंडी तक पहुंचाते हैं. वहीं, सिरमौर जिले के राजगढ़ विकास खंड के सुरेंद्र प्रकाश ने फूलों की खेती कर जिला के सफल किसानों में अपनी अलग पहचान (Flower farming in Sirmaur district) बनाई है.

Surendra Prakash earning five lakh rupees annually
राजगढ़ में फूलों की खेती सेसुरेंद्र कमा रहे पांच लाख रुपये.
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Published : May 15, 2022, 3:38 PM IST

नाहन: जिला सिरमौर के राजगढ़ विकास खंड के सुरेंद्र प्रकाश ने फूलों की खेती कर जिला के सफल किसानों में अपनी अलग पहचान बनाई है. यह सब प्रदेश सरकार की एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना से संभव हो पाया है. दरअसल ग्राम पंचायत दाड़ो देवरिया के गांव बरूडी के सुरेंद्र प्रकाश ने बताया कि उन्होंने उद्यान विभाग से फूलों की खेती (Flower farming in Sirmaur district) करने के लिए 10 लाख रुपये का ऋण लिया, जिस पर उन्हें पॉलीहाउस बनाने के लिए 85 प्रतिशत और फूल उगाने के लिए 302 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से अनुदान प्राप्त हुआ.

उन्होंने अपनी एक हजार वर्ग मीटर जमीन पर 20 हजार फूलों के पौधे रोपित किए, जिससे उन्हें प्रतिवर्ष चार से पांच लाख रुपये की आय प्राप्त (Surendra Prakash earning five lakh rupees annually ) हो रही है. सुरेंद्र ने कहा कि बाजार में फूलों की मांग बहुत है. फूलों को वह चंडीगढ़ और फूल मंडी गाजीपुर दिल्ली भेज रहे हैं. जहां उन्हें फूलों के अच्छे दाम प्राप्त हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि फूलों की खेती के लिए उन्होंने चार-चार फीट के बेड बनाए हैं. बीच में डेढ़ फीट का रास्ता रखा है ताकि वह फूलों की देखभाल और कटिंग आसानी से कर सकें. वह फूलों की सिंचाई ड्रिप विधि से कर रहे हैं, जिससे उनके समय और पानी दोनों की बचत हो रही है.

राजगढ़ में फूलों की खेती सेसुरेंद्र कमा रहे पांच लाख रुपये. (वीडियो)

उन्होंने बताया कि वह अपने खेतों में विजित, रेड ग्लो, वंडर वाइट, जौली, कैलियोफ पिंक प्रजाति के खूबसूरत कार्नेशन फूलों की खेती कर रहे हैं. उन्होंने किसान, बागवान युवाओं से फूलों की खेती के क्षेत्र में आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि फूलों की खेती में मेहनत की जाए तो अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है. वहीं, जिला बागवानी विभाग के उपनिदेशक सतीश शर्मा ने कहा कि एकीकृत बागवानी मिशन हिमाचल प्रदेश के तहत फूलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सुरेंद्र प्रकाश ने अपने खेतों में फूलों की खेती कर इसे आमदनी का जरिया बनाया है. उन्होंने 5 लोगों को रोजगार भी दिया है. उन्होंने कहा कि युवाओं को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए.

Surendra Prakash earning five lakh rupees annually
राजगढ़ में फूलों की खेती सेसुरेंद्र कमा रहे पांच लाख रुपये.

ये भी पढ़ें: देश ही नहीं विदेशों में भी महक रहे हिमाचल के फूल, प्रदेश में हर साल साढ़े 12 हजार टन फूलों का उत्पादन

नाहन: जिला सिरमौर के राजगढ़ विकास खंड के सुरेंद्र प्रकाश ने फूलों की खेती कर जिला के सफल किसानों में अपनी अलग पहचान बनाई है. यह सब प्रदेश सरकार की एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना से संभव हो पाया है. दरअसल ग्राम पंचायत दाड़ो देवरिया के गांव बरूडी के सुरेंद्र प्रकाश ने बताया कि उन्होंने उद्यान विभाग से फूलों की खेती (Flower farming in Sirmaur district) करने के लिए 10 लाख रुपये का ऋण लिया, जिस पर उन्हें पॉलीहाउस बनाने के लिए 85 प्रतिशत और फूल उगाने के लिए 302 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से अनुदान प्राप्त हुआ.

उन्होंने अपनी एक हजार वर्ग मीटर जमीन पर 20 हजार फूलों के पौधे रोपित किए, जिससे उन्हें प्रतिवर्ष चार से पांच लाख रुपये की आय प्राप्त (Surendra Prakash earning five lakh rupees annually ) हो रही है. सुरेंद्र ने कहा कि बाजार में फूलों की मांग बहुत है. फूलों को वह चंडीगढ़ और फूल मंडी गाजीपुर दिल्ली भेज रहे हैं. जहां उन्हें फूलों के अच्छे दाम प्राप्त हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि फूलों की खेती के लिए उन्होंने चार-चार फीट के बेड बनाए हैं. बीच में डेढ़ फीट का रास्ता रखा है ताकि वह फूलों की देखभाल और कटिंग आसानी से कर सकें. वह फूलों की सिंचाई ड्रिप विधि से कर रहे हैं, जिससे उनके समय और पानी दोनों की बचत हो रही है.

राजगढ़ में फूलों की खेती सेसुरेंद्र कमा रहे पांच लाख रुपये. (वीडियो)

उन्होंने बताया कि वह अपने खेतों में विजित, रेड ग्लो, वंडर वाइट, जौली, कैलियोफ पिंक प्रजाति के खूबसूरत कार्नेशन फूलों की खेती कर रहे हैं. उन्होंने किसान, बागवान युवाओं से फूलों की खेती के क्षेत्र में आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि फूलों की खेती में मेहनत की जाए तो अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है. वहीं, जिला बागवानी विभाग के उपनिदेशक सतीश शर्मा ने कहा कि एकीकृत बागवानी मिशन हिमाचल प्रदेश के तहत फूलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सुरेंद्र प्रकाश ने अपने खेतों में फूलों की खेती कर इसे आमदनी का जरिया बनाया है. उन्होंने 5 लोगों को रोजगार भी दिया है. उन्होंने कहा कि युवाओं को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए.

Surendra Prakash earning five lakh rupees annually
राजगढ़ में फूलों की खेती सेसुरेंद्र कमा रहे पांच लाख रुपये.

ये भी पढ़ें: देश ही नहीं विदेशों में भी महक रहे हिमाचल के फूल, प्रदेश में हर साल साढ़े 12 हजार टन फूलों का उत्पादन

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