नाहन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और लोकल के लिए वोकल संदेश को आगे बढ़ाने के लिए सिरमौर प्रशासन कई सराहनीय कदमों के उदाहरण पेश कर रहा है. इस बार सिरमौर प्रशासन स्थानीय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ साथ सिरमौर की संस्कृति और सिरमौरी खान-पान से दुनिया को अवगत करवाने के लिए एक बेहतर प्रयास कर रहा है. इन दिनों सिरमौर के पच्छाद में हिमाचल का पहला शी हाट बनाने की तैयारी की जा रही है.
शी हाट के लिए 25 महिलाएं अलग-अलग शिफ्टों में कार्य करेंगी. पांच महिलाओं का एक समूह कीचन देखेगा, तो दूसरा समूह प्रोडक्शन का काम करेगा. इस तरीके से 25 महिलाओं के पांच समूह आलग-अलग शिफ्टों में काम कर शी हाट का संचालन करेंगी.
फिलहाल शी हाट का निर्माण कार्य जारी है और यहां महिलाओं को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उन्हें उद्यमी विकास भी बताया जा रहा है. महिलाओं ने यहां पर कार्य भी शुरू किया हुआ है. लॉकडाउन में महिलाओं ने यहां पीपी किट बनाए, वहीं आजकल मास्क, कपड़े के थैले और महिला श्रृंगार की वस्तुएं बनाई जा रही हैं.
सिरमौर प्रशासन शी हाट के भवन का निर्माण खास तरीके से करवा रहा है. जहां महिलाओं के साथ लोगों के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. शी हाट बनने को लेकर महिलाएं काफी उत्साहित हैं. स्थानीय महिलाएं शी हाट को उनकी प्रतिभा के लिए बड़ा मंच मानकर पूरे उत्साह से कार्य करने में जुटी हैं. जिला प्रशासन की ओर से यहां चार मशीनें भी लगवाई गई हैं, जिनमें आटा पीसने से लेकर, डोना पत्तल और स्टिचिंग की मशीनें शामिल हैं. मशीनों के जरिए महिलाएं फिलहाल अपनी प्रतिभा को निखार रही हैं.
इस शी हाट को महिला सशक्तिकरण व स्वरोजगार को देखते हुए बनाया जा रहा है, ताकि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण महिला समूहों को आर्थिक लाभ भी हो सके और उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच मिल सके. शी हाट में लोगों को हिमाचल और खासकर सिरमौर के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा.
यहां महिलाएं अलग-अलग एज ग्रुप, शिक्षा, जाति और क्षेत्र की होते हुए भी एक साथ मिलकर काम करेंगी और आत्मनिर्भर बन सकेंगी. सिरमौर जिला प्रशासन की ओर से शुरू की गई इस सराहनीय पहल से अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रही हिमाचल की प्रतिभावान महिलाओं के सपनों को पंख लगेंगे. साथ ही हिमाचली संस्कृति को समझने का एक सही माध्यम मिलेगा.
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