नाहनः औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में दवा उद्योग डिजिटल विजन से तैयार की जा रही कोल्ड बेस्ट पीसी दवा के सैंपल फेल हो गए हैं. जम्मू कश्मीर में कोल्ड बेस्ट सिरप की खांसी जुकाम की दवा से 10 बच्चों की मौत के मामले में कालाअंब के दवा उद्योग से सैंपल लिए गए थे. राज्य दवा नियंत्रक की टीम ने यह सैंपल लिए थे. जांच में यह फेल हो गए हैं. मामले में कंपनी पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
केंद्रीय प्रयोगशाला से मंगलवार को रिपोर्ट आई तो राज्य दवा नियंत्रक की टीम ने दवा उद्योग के खिलाफ कालाअंब थाने में एफआईआर दर्ज कर की. रिपोर्ट में सैंपल फेल होने से एक बात साफ हो गई है कि कंपनी दवा के नाम पर जहर बेच रही थी, जिसकी कीमत मासूमों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी.
बीती रात ही हरियाणा व जम्मू की रिपोर्ट को आधार बनाकर कालाअंब थाना में ड्रग व कॉस्मेटिक एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज करवा दिया गया है.
रिपोर्ट से इस बात पर भी मुहर लग गई है कि नवजात शिशु के उपचार के लिए बनाई जा रही दवा में जहरीला केमिकल मौजूद था. इसे थाइथिलेन ग्लोइको कहा जाता है.
वहीं,स्टेट ड्रग कंट्रोलर नवनीत मारवाह ने कहा कि सैंपल फेल होने की रिपोर्ट मिलते ही मामला दर्ज करवा दिया गया है.साथ ही कंपनी का लाइसेंस स्थगित कर दिया गया है. उन्होंने माना कि अन्य दवा उद्योगों में भी सावधानी के तौर पर जांच की जा रही है.
साथ ही कई अन्य कंपनियों के भी सैंपल लिए गए हैं. जम्मू कश्मीर में कई बच्चों की मौत व किडनी खराब होने की सूचना स्टेट ड्रग कंट्रोलर को मिली थी. इसके बाद पहले फैक्ट्री को सील करने की कार्रवाई की गई.
वहीं, सैंपल की रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा था. दवा की जांच में पीजीआई ने भी कोल्ड बेस्ट पीसी में थाइथिलेन ग्लोइको होने की बात कही थी, जो बच्चों के सेहत के लिए बेहद ही हानिकारक होती है.
गौरतलब है कि मामले की शुरुआत 15 फरवरी को हुई थी, जब जम्मू से सिरप की गुणवत्ता को लेकर जानकारी मिली. 17 फरवरी को कालाअंब स्थित डिजिटल विजन कंपनी में दवा का उत्पादन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया. साथ ही अन्य राज्यों को भी अलर्ट जारी कर दिया गया था.
हालांकि हिमाचल को अपने सैंपल की रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन पड़ोसी राज्यों की रिपोर्ट मिलने के बाद सूबे का ड्रग महकमा हरकत में आ गया है. बीती रात ही हरियाणा व जम्मू की रिपोर्ट को आधार बनाकर कालाअंब थाना में ड्रग व कॉस्मेटिक एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज करवा दिया गया है.
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