राजगढ़/सिरमौर: जहां इन दिनों पूरे प्रदेश में पंचायती राज व शहरी निकाय के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है वहीं, नगर पंचायत राजगढ़ में नये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया इन दिनों चल रही है.
हिमाचल प्रदेश में शहरी निकाय के चुनाव पार्टी चिन्हों पर नहीं होते फिर भी जीते हुये पार्षदों पर राजनीतिक दल अपना अपना हक जताते हैं. अभी तक नगर पंचायत में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस का कब्जा था.
बता दें कि 24 अगस्त को सात पार्षदों वाली नगर पंचायत में एक महिला पार्षद ने कांग्रेस का दामन छोड़ कर भाजपा का पल्लू थाम लिया और भाजपा ने भी नगर पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला दिया, क्योंकि नगर पंचायत में अब भाजपा सर्मथति पार्षदों की संख्या चार हो गई थी. यह प्रस्ताव 9 सितंबर को पूर्ण बहुमत से पारित हो गया.
जिलाधीश सिरमौर ने एसडीएम राजगढ़ को नगर पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन के लिए अधिकृत किया गया और एसीडीएम राजगढ़ नरेश वर्मा ने सोमवार को नगर पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन के लिए विशेष बैठक रखी गई थी, लेकिन इस बैठक में नगर पंचायत के केवल चार पार्षद ही उपस्थित हुए, जबकि कोरम पूरा करने के लिए पांच पार्षदों की उपस्थिति जरूरी थी.
इस लिए कोरम पूरा ना होने के कारण नगर पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चयन नहीं हो पाया. एसडीएम राजगढ़ नरेश वर्मा के अनुसार कोरम पूरा नहीं हो पाया इसलिए आगामी बैठक 23 सितंबर बुधवार को रखी गई है जिसमें अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन किया जाएगा.
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