नाहन: डॉ. यशवंत सिंह परमार डिग्री कॉलेज नाहन (Dr. Yashwant Singh Parmar Degree College Nahan) में नई शिक्षा नीति-2020 पर शुक्रवार से राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन का आयोजन (National conference organized in Nahan) किया जा रहा है. जिसका शुभारंभ पदमश्री अवार्ड से सम्मानित प्रख्यात शिक्षाविद आरसी सोबती ने किया (Padma Shri awardee RC Sobti). दो दिवसीय इस सम्मेलन में देश भर के करीब 80 से 100 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए पदमश्री अवार्ड से सम्मानित देश के प्रख्यात शिक्षाविद आरसी सोबती ने इस राष्ट्रीय सम्मेलन की सराहना करते (RC Sobti appreciates the national convention) हुए कहा कि नई शिक्षा नीति (new education policy in himachal) में वह लचीलापन देखने को मिल रहा है, जो प्राचीन शिक्षा नीति में पहले से मौजूद था.
पद्मश्री सोबती (Padma Shri awardee RC Sobti) ने कहा कि आज के समय में जिसे वोकेशनल विषय (vocational subject) के तौर पर जाना जाता है, वह पहले कला के तौर पर जानी जाती थी. प्राचीन शिक्षा नीति में 67 कलाएं होती थी. जो हर व्यक्ति को करनी पड़ती थी और प्राचीन शिक्षा की इन्हीं 67 कलाओं को नई शिक्षा नीति में लाने का प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल शिक्षा नीति (global education policy) बनाने का यह सही समय है. कोविड के चलते आज विश्व सूचना तंत्र से जुड़ा है. लिहाजा विश्व स्तर पर एक ही प्रकार की शिक्षा नीति बनाए जाने की जरूरत है (National conference on new education policy).
बता दें कि नाहन कॉलेज के 60 साल के समय में यह पहला मौका है, जब यहां किसी राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है (National conference organized in Nahan). 2 दिनों तक चलने वाले इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में देश भर से आए नामी शिक्षाविदों (eminent academics) सहित अन्य प्रतिभागियों द्वारा नई शिक्षा नीति से संबंधित शोध कार्य व उसके क्रियान्वयन पर विचार विमर्श किया जाएगा. सम्मेलन में शिक्षा नीति पर कई प्रख्यात शिक्षाविद भी अपने वक्तव्य प्रस्तुत करेंगे.
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