पांवटा साहिब: नेशनल हाइवे 707 पर पांवटा से गुमा तक निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. आरोप है कि निर्माण कार्य में लगी कंपनी और ठेकेदार की मनमानी से सिक्योरिटी गार्डों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा (no facility for security guard in paonta) है. मिट्टी भरी सड़क में 1 मिनट भी खड़ा होना मुश्किल है. मौके पर तैनात सिक्योरिटी गार्डों के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं है.
25 किलोमीटर के दायरे में 16 सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं. धूल-मिट्टी हो या जंगली जानवर, उन्हें ऐसे ही बिना किसी सुरक्षा के काम करना पड़ रहा (security guard on national highway 707) है. आरोप है कि आवाज उठाने पर काम से निकालने की धमकी दी जाती है. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि नेशनल हाइवे 707 की देखभाल कर रहे अधिकारी व स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी क्यों घोर निंद्रा में सो रहे हैं.
सिक्योरिटी गार्ड का कहना है कि कंपनी प्रबंधक और ठेकेदार की ओर से उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. यहां पर रात के समय जंगली जानवरों का भी खतरा रहता है. जान हथेली पर रखकर ड्यूटी दे रहे हैं, लेकिन इससे किसी को कोई मतलब नहीं है. पहले गाड़ी की भी सुविधा मिलती थी. करीब दो महीने से गाड़ी की भी सुविधा नहीं मिल पा रही है. आवाज उठाने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है.
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि यदि कोई भी बड़ी अनहोनी हो जाती है तो जिम्मेदारी किसकी (national highway 707 in Paonta) होगी. वहीं, पांवटा एसडीएम विवेक महाजन से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. फिर भी स्थानीय व्यक्तियों को इतनी तकलीफ झेलनी पड़ रही है तो इसका समाधान निकालने का जरूर कोई प्रयास किया जाएगा.