नाहन: ददाहू कॉलेज का नाम शहीद प्रशांत ठाकुर किए जाने का मामला कॉलेज पीटीए के बयान के बाद गरमाता नजर आ रहा है. इस मामले में कॉलेज के पीटीए अध्यक्ष ने बताया था कि क्षेत्र के ही एक अन्य शहीद विनोद कुमार के परिजनों को इस बारे में आपत्ति है, लेकिन शहीद विनोद कुमार के परिजनों ने इस बात को सिरे से नकार दिया है और कहा कि उन्हें कॉलेज का नाम शहीद प्रशांत ठाकुर के नाम पर रखने में कोई भी आपत्ति नहीं है.
बता दें कि हिमाचल सरकार कैबिनेट में ददाहू कॉलेज (Govt Degree College Dadahu) का नाम शहीद प्रशांत ठाकुर किए जाने को लेकर मंजूरी प्रदान की जा चुकी है. वहीं, शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने भी कहा कि मामला सरकार के समक्ष रखा जाएगा. शहीद प्रशांत के परिजनों के साथ नाहन पहुंचे क्षेत्र के अन्य शहीद विनोद कुमार के परिजनों ने कहा कि ददाहू कॉलेज का नामकरण शहीद प्रशांत ठाकुर किए जाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. न ही उन्होंने इस संदर्भ में ऐसी कोई मांग रखी है. इस मामले में पीटीए अध्यक्ष द्वारा दिया गया बयान दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने पीटीए से आग्रह किया कि वह ददाहू कॉलेज का (Demand to rename GDC Dadahu) नाम शहीद प्रशांत ठाकुर के नाम पर करें और इस मामले में किसी तरह की आनाकानी न करें. साथ ही उन्होंने सरकार से यह मांग जरूर की है कि उनके बेटे शहीद विनोद कुमार का भी सम्मान करते हुए कमलाड़ स्कूल का नामकरण शहीद विनोद कुमार किया जाए.
वहीं, जब यह मामला शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप के समक्ष रखा गया, तो उन्होंने कहा कि फिलहाल मामला उनके ध्यान में नहीं है. सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि यदि सरकार ने ददाहू कॉलेज का नाम शहीद प्रशांत ठाकुर किए जाने सरकार ने फैसला लिया है तो यह मामला जल्द सरकार के सामने रखा जाएगा.
बता दें कि मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले हिमाचली बेटे शहीद प्रशांत ठाकुर के नाम पर ददाहू कॉलेज का नामकरण (Govt Degree College Dadahu) करने के मामले में संबंधित कॉलेज की पीटीए आपत्ति जता रहा है. हालांकि शहीद प्रशांत ठाकुर के नाम पर कॉलेज का नामकरण करने को लेकर हिमाचल कैबिनेट द्वारा भी मंजूरी दी जा चुकी है, लेकिन बावजूद इसके कॉलेज की पीटीए प्रदेश सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखा रही है.
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