नाहन: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध के चलते (Ukraine-Russia war) बिगड़ते हालातों को देखते हुए अब वहां पढ़ाई के लिए गए हिमाचली छात्र भी वतन वापसी की लगातार गुहार लगा रहे हैं. छात्रों के अभिभावक भी यूक्रेन में बिगड़े हालातों के बीच अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच 2 दिनों से जारी युद्ध से यूक्रेन में जिला सिरमौर के भी 9 एमबीबीएस के स्टूडेंट्स विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं. ऐसे में अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए परिवार बेहद चिंतित दिखाई दे रहे हैं. दरअसल (CHILDREN OF HIMACHAL STUCK IN UKRAINE) जिला सिरमौर के पांवटा साहिब उपमंडल के 4, नाहन उपमंडल के 3, पच्छाद उपमंडल का एक व राजगढ़ उपमंडल की एक छात्रा बोकोवानियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी व इवनो मैक फ्रैंकवीसैट यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे हैं.
नाहन की रितिका सैनी पुत्री निर्मल सैनी और अभिनव सैनी पुत्र ओम प्रकाश सैनी, पच्छाद उपमंडल के आदित्य ठाकुर पुत्र सत्यपाल ठाकुर गांव सरोज डाकघर सरसों उप तहसील नारग, खुशबू कुमारी पुत्री बलवंत कुमार नाहन, साक्षी पुत्री ओम प्रकाश शर्मा गांव शरगांव तहसील राजगढ़, स्वाति पठानिया पुत्री जगमोहन पठानिया निवासी टोका नगला डाकघर जमानीवाला पांवटा साहिब, अक्षिता, मुस्कान खान, ध्रुव राघव सभी यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में फंसे हुए हैं.
बता दें कि पांवटा साहिब की अक्षिता व मुस्कान ने तो वीरवार शाम को वीडियो मैसेज भेज कर हिमाचल व भारत सरकार से सभी छात्रों को वहां से निकालने की मांग की थी. नाहन के अभिनव सैनी व रितिका सैनी के परिजनों ने भी बताया कि भारतीय दूतावास ने जो छात्र जहां पर हैं, उन्हें वहीं पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्हें अपने हैंडबैग तैयार रखने को कहा गया है.
वहीं, नाहन से ताल्लुक रखने वाली रितिका भी यूक्रेन में फंसी हुई है और लगातार अपने परिजनों से वापिस बुलाने की गुहार लगा रही है. रितिका के परिजन भी अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित दिखाई दे रहे हैं और केंद्र सरकार से उनकी बेटी सहित अन्य (Ritika of Nahan in Ukraine) बच्चों को भी वापिस लाने की गुहार लगा रहे हैं.
बता दें कि नाहन के दिल्ली गेट के समीप रितिका के पिता निर्मल सैनी मिठाई की दुकान चलाते हैं. निर्मल सैनी की बेटी रितिका सैनी यूक्रेन के ईवानो में एमबीबीएस की शिक्षा ग्रहण कर रही है. रितिका के पिता के अनुसार उनकी बेटी से बात हो रही है, जिसके मुताबिक यूक्रेन में हालात लगातार खराब हो रहे हैं. शुक्रवार सुबह से रितिका के पिता उससे लगातार संपर्क कर रहे हैं, लेकिन बेटी से बात नहीं हो पा रही है.
मीडिया से बात करते हुए रितिका के पिता निर्मल सैनी ने बताया कि उनकी बेटी यूक्रेन के ईवानो में एमबीबीएस की शिक्षा ग्रहण कर रही है. बीते रोज बेटी से बात हुई और उसने वहां के (CHILDREN OF HIMACHAL STUCK IN UKRAINE) बिगड़ते हालातों के मद्देनजर वहां से वापस बुलाने की बात कही. उन्होंने कहा कि यूक्रेन के हालातों को देख वह लगातार अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार से उनकी बेटी सहित अन्य भारतीय बच्चों को जल्द से जल्द एयरलिफ्ट कर वापस बुलाने की गुहार लगाई है
उधर जिला के डीसी राम कुमार गौतम ने यूक्रेन में फंसे सभी छात्रों व व्यक्तियों के परिजनों से आग्रह किया है कि वह जिला प्रशासन को जल्द से जल्द जानकारी उपलब्ध करवाएं, ताकि प्रदेश व केंद्र सरकार से बातचीत कर सिरमौर के छात्रों की जानकारी भारतीय दूतावास को भेजी जा सके. साथ ही उन्हें सुरक्षित वहां से निकालकर भारत वापस लाया जा सके.
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