नाहन: जिला मुख्यालय नाहन स्थित ऐतिहासिक रानीताल व पक्का तालाब में सैंकड़ों मछलियां मर गई हैं. पिछले कई दिनों से दोनों तालाब में मछलियों के मरने का सिलसिला जारी है. सैंकड़ों की तादाद में मरी मछलियों की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी बताया जा रहा है. दरअसल शुक्रवार को मत्स्य विभाग की टीम ने भी दोनों तालाबों का निरीक्षण किया. यह दोनों तालाब नाहन नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र में आते हैं.
यह पहला मौका नहीं है, जब इन तालाबों में काफी मात्रा में मछलियां मरी है. बल्कि एक लंबे समय से खासकर रानीताल तालाब में मछलियां मर रही हैं. आरोप यह भी है कि एक ओर जहां तालाबों की नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं हो रही है, तो वहीं फीड फर्टिलाइजेशन भी ऑक्सीजन की कमी का एक बड़ा कारण बनता है. अब मत्स्य विभाग की टीम आखिरकार तालाबों में मछलियां (Municipal Council Nahan) क्यों मर रही हैं, इसको लेकर जांच कर रहा है. तालाबों से मरी हुई मछलियों को निकाला जा रहा है.
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी संजय सिंह तोमर ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से रानीताल व पक्का तालाब में मछलियां मर रही है, जिसको लेकर मत्स्य विभाग को सूचना दी गई थी. मत्स्य विभाग मछलियों के मरने का कारण ऑक्सीजन की कमी बता रहा है. आज भी मत्स्य विभाग की एक टीम ने मौके का निरीक्षण किया है और इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में मछलियां क्यों मर रही हैं. उन्होंने बताया कि तालाबों में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए भी संबंधित विभाग ने दवाई उपलब्ध करवाई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा मछलियों को बचाया जा सके. नगर परिषद प्रशासन का यह भी कहना है कि तालाबों की नियमित रूप से समय-समय पर साफ-सफाई भी की जाती है.