पांवटा साहिब: प्रदेश में युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, ताकि प्रदेश को नशा मुक्त बनाया जा सके. इसी कड़ी में पांवटा साहिब के एसडीएम केएल वर्मा कई पंचायतों में जाकर महिलाओं को नशे के प्रति जागरूक कर रहे हैं.
एसडीएम केएल वर्मा कई पंचायतों में जाकर महिलाओं को बताया कि नशा को हमेशा बुराई का प्रतीक माना गया है, जिसमें से शराब सभी प्रकार की बुराइयों की जड़ है. उन्होंने कहा कि शराब के सेवन से मानव के विवेक के साथ सोचने-समझने की शक्ति भी नष्ट हो जाती है और भले और बुरे का अंतर नहीं समझ पाते हैं.
एसडीएम केएल वर्मा ने बताया कि युवा वर्ग स्मैक, चिट्टा गांजा आदि का सेवन कर रहे हैं. ऐसे में युवा पीढ़ी को इन खतरनाक नशे से बचाने के लिए महिला वर्ग आगे आए तो यह सब बुराइयां क्षेत्र से नष्ट हो सकती हैं.
एसडीएम के एल वर्मा ने बताया कि अगर नशा मुक्त भारत बनाना है तो पंचायत लेवल से हर योजनाएं शुरू करनी होगी, ताकि गांव की महिलाएं नशा के प्रति अपने बच्चे व बुजुर्गों को रोकती रहे. उन्होंने बताया कि उपमडंल में हर योजनाएं धरातल पर उतरी जा रही है, ताकि पांवटा साहिब को नशा मुक्त बनाया जा सके.