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चूड़धार यात्रा पर 15 अप्रैल तक बैन, लेकिन बर्फबारी होते ही नियमों को नहीं मान रहे पर्यटक - Tourists are going on Churdhar Peak

समुद्र तल से 11966 फीट ऊंचाई पर स्थित सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर सीजन की तीसरी बर्फबारी (Snowfall on Churdhar Peak) दर्ज की गई है. सोमवार दोपहर तक चोटी पर बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा. वहीं, प्रसिद्ध तीर्थ स्थल चूड़धार यात्रा पर प्रशासन की ओर से आगामी 15 अप्रैल तक पूर्णतयः रोक (Churdhar trekking banned) लगा दी गई है. मगर पर्यटकों का रोक के बावजूद भी (Tourists are going on Churdhar Peak) चूड़धार के लिए जाना नहीं रुक रहा है. लोग माइनस डिग्री सेल्सियस के बीच चूड़धार यात्रा पर निकल रहे हैं.

snowfall on Churdhar Peak
फोटो.
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Published : Dec 6, 2021, 5:36 PM IST

Updated : Dec 6, 2021, 7:08 PM IST

नाहन: समुद्र तल से 11966 फीट ऊंचाई पर स्थित सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर सीजन की तीसरी बर्फबारी (Snowfall on Churdhar Peak) दर्ज की गई है. चोटी पर रविवार रात से शुरू हुई बर्फबारी के चलते क्षेत्र में कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है. सोमवार दोपहर तक चोटी पर बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा. वहीं, मध्यम उंचाई वाले क्षेत्रों नौहराधार, हरिपुरधार आदि में हल्की ओलावृष्टि हुई. चोटी पर बर्फबारी से हुई ठंड से सोमवार को अधिकतर लोग घरों में ही दुबके नजर आए. सोमवार दोपहर तक चूड़धार चोटी पर करीब आधा फुट बर्फ गिर चुकी थी. जबकि आधा फुट बर्फ 3 दिसंबर को गिरी थी. लिहाजा चोटी पर एक फुट के करीब बर्फ जम चुकी है.

15 अप्रैल तक यात्रा पर रोक, फिर भी नहीं मान रहे पर्यटक: प्रसिद्ध तीर्थ स्थल चूड़धार यात्रा पर प्रशासन की ओर से आगामी 15 अप्रैल तक पूर्णतयः रोक लगा दी गई है. मगर पर्यटकों का रोक के बावजूद भी चूड़धार (Churdhar trekking banned) के लिए जाना नहीं रुक रहा है. लोग माइनस डिग्री सेल्सियस के बीच चूड़धार यात्रा (Tourists are going on Churdhar Peak) पर निकल रहे हैं. बीते रोज रविवार को भी एक दर्जन श्रदालु नौहराधार होते हुए चूड़धार निकले है. बता दें कि दिसंबर से लेकर मार्च तक चूड़धार में 10 से 12 फुट गिरती है, जिसके कारण चूड़धार जाने वाले सभी बंद हो जाते है.

चोटी पर नहीं कोई व्यवस्था: चूड़धार में भारी बर्फबारी होने के कारण प्रशासन द्वारा हर वर्ष 30 नवंबर से यात्रा पर रोक लगा दी जाती है. आजकल यहां पर ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं होती है. चूड़धार में यात्रियों के ठहरने व खाने की व्यवस्था चूड़ेश्वर सेवा समिति (Chudeshwar Seva Samiti) करती है, लेकिन चूड़ेश्वर सेवा समिति के सदस्य 30 नवंबर के बाद करीब 6 महीने के लिए अपने-अपने घर चले गए है. मगर प्रशासिनक रोक के बाबजूद कई बार श्रदालु चूड़धार यात्रा पर निकल रहे है. नतीजन कई बार श्रदालु बीच रास्ते में भी फंस जाते है. इसके कारण पुलिस व प्रशासन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. प्रसाशन के अनुसार कोई भी श्रदालु अब यात्रा पर न जाए, क्योंकि अब चूड़धार में भारी बर्फबारी हो चुकी है.

क्या कहते हैं चूड़ेश्वर सेवा समिति के प्रबंधक: उधर, चूड़ेश्वर सेवा समिति (Chudeshwar Seva Samiti) के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने कहा कि इन दिनों चूड़धार चोटी पर भारी बर्फबारी होती है. अब रास्ते बंद हो चुके है. उन्होंने श्रद्धालु से अपील की है कि अप्रैल माह तक वह प्रशासन की अनुमति के बिना चूड़धार पर न जाए. इस समय चूड़धार की यात्रा जोखिमपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इस समय चूड़धार में ढाबे के मालिक व चूड़ेश्वर सेवा समिति का स्टाफ घर गए है. इसलिए न तो ठहरने की व्यवस्था है, न ही खाने पीने की कोई सुविधा है. मंदिर भी बंद है.

नौहराधार आदि क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौली: नौहराधार आदि क्षेत्रों में सोमवार दिनभर बिजली की आंख मिचौली लगी रही. सोमवार को करीब दो से तीन घंटे लगातार बिजली गुल रही. इसके चलते दुकानदार व आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी. हाड़ कंपा देने वाली ठंड के चलते क्षेत्र के ग्रामीण पंचायत प्रधान नौहराधार राजेंद्र सिंह, अशोक ठाकुर, संजय आदि ने बिजली बोर्ड के खिलाफ नाराजगी जताई है. ग्रामीणों ने बताया कि यदि थोड़ी भी बारिश होती है, तो बिजली गुल हो जाती है. उन्होंने समस्या के समाधान की मांग की है.

तापमान में भारी गिरावट: कुल मिलाकर चूड़धार चोटी पर हुई इस सीजन की तीसरी बर्फबारी से जहां क्षेत्र के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. चूड़धार में माइनस डिग्री तापमान रिकॉर्ड दर्ज किया गया. जबकि नौहराधार (temperature drop in nohradhar) आदि क्षेत्रों में भी तापमान में भारी गिरावट आई है.

ये भी पढ़ें- शिमला में बर्फबारी: दोपहर बाद अचानक खराब हुआ मौसम, बर्फ के फाहे गिरते देख झूमे पर्यटक

नाहन: समुद्र तल से 11966 फीट ऊंचाई पर स्थित सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर सीजन की तीसरी बर्फबारी (Snowfall on Churdhar Peak) दर्ज की गई है. चोटी पर रविवार रात से शुरू हुई बर्फबारी के चलते क्षेत्र में कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है. सोमवार दोपहर तक चोटी पर बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा. वहीं, मध्यम उंचाई वाले क्षेत्रों नौहराधार, हरिपुरधार आदि में हल्की ओलावृष्टि हुई. चोटी पर बर्फबारी से हुई ठंड से सोमवार को अधिकतर लोग घरों में ही दुबके नजर आए. सोमवार दोपहर तक चूड़धार चोटी पर करीब आधा फुट बर्फ गिर चुकी थी. जबकि आधा फुट बर्फ 3 दिसंबर को गिरी थी. लिहाजा चोटी पर एक फुट के करीब बर्फ जम चुकी है.

15 अप्रैल तक यात्रा पर रोक, फिर भी नहीं मान रहे पर्यटक: प्रसिद्ध तीर्थ स्थल चूड़धार यात्रा पर प्रशासन की ओर से आगामी 15 अप्रैल तक पूर्णतयः रोक लगा दी गई है. मगर पर्यटकों का रोक के बावजूद भी चूड़धार (Churdhar trekking banned) के लिए जाना नहीं रुक रहा है. लोग माइनस डिग्री सेल्सियस के बीच चूड़धार यात्रा (Tourists are going on Churdhar Peak) पर निकल रहे हैं. बीते रोज रविवार को भी एक दर्जन श्रदालु नौहराधार होते हुए चूड़धार निकले है. बता दें कि दिसंबर से लेकर मार्च तक चूड़धार में 10 से 12 फुट गिरती है, जिसके कारण चूड़धार जाने वाले सभी बंद हो जाते है.

चोटी पर नहीं कोई व्यवस्था: चूड़धार में भारी बर्फबारी होने के कारण प्रशासन द्वारा हर वर्ष 30 नवंबर से यात्रा पर रोक लगा दी जाती है. आजकल यहां पर ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं होती है. चूड़धार में यात्रियों के ठहरने व खाने की व्यवस्था चूड़ेश्वर सेवा समिति (Chudeshwar Seva Samiti) करती है, लेकिन चूड़ेश्वर सेवा समिति के सदस्य 30 नवंबर के बाद करीब 6 महीने के लिए अपने-अपने घर चले गए है. मगर प्रशासिनक रोक के बाबजूद कई बार श्रदालु चूड़धार यात्रा पर निकल रहे है. नतीजन कई बार श्रदालु बीच रास्ते में भी फंस जाते है. इसके कारण पुलिस व प्रशासन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. प्रसाशन के अनुसार कोई भी श्रदालु अब यात्रा पर न जाए, क्योंकि अब चूड़धार में भारी बर्फबारी हो चुकी है.

क्या कहते हैं चूड़ेश्वर सेवा समिति के प्रबंधक: उधर, चूड़ेश्वर सेवा समिति (Chudeshwar Seva Samiti) के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने कहा कि इन दिनों चूड़धार चोटी पर भारी बर्फबारी होती है. अब रास्ते बंद हो चुके है. उन्होंने श्रद्धालु से अपील की है कि अप्रैल माह तक वह प्रशासन की अनुमति के बिना चूड़धार पर न जाए. इस समय चूड़धार की यात्रा जोखिमपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इस समय चूड़धार में ढाबे के मालिक व चूड़ेश्वर सेवा समिति का स्टाफ घर गए है. इसलिए न तो ठहरने की व्यवस्था है, न ही खाने पीने की कोई सुविधा है. मंदिर भी बंद है.

नौहराधार आदि क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौली: नौहराधार आदि क्षेत्रों में सोमवार दिनभर बिजली की आंख मिचौली लगी रही. सोमवार को करीब दो से तीन घंटे लगातार बिजली गुल रही. इसके चलते दुकानदार व आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी. हाड़ कंपा देने वाली ठंड के चलते क्षेत्र के ग्रामीण पंचायत प्रधान नौहराधार राजेंद्र सिंह, अशोक ठाकुर, संजय आदि ने बिजली बोर्ड के खिलाफ नाराजगी जताई है. ग्रामीणों ने बताया कि यदि थोड़ी भी बारिश होती है, तो बिजली गुल हो जाती है. उन्होंने समस्या के समाधान की मांग की है.

तापमान में भारी गिरावट: कुल मिलाकर चूड़धार चोटी पर हुई इस सीजन की तीसरी बर्फबारी से जहां क्षेत्र के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. चूड़धार में माइनस डिग्री तापमान रिकॉर्ड दर्ज किया गया. जबकि नौहराधार (temperature drop in nohradhar) आदि क्षेत्रों में भी तापमान में भारी गिरावट आई है.

ये भी पढ़ें- शिमला में बर्फबारी: दोपहर बाद अचानक खराब हुआ मौसम, बर्फ के फाहे गिरते देख झूमे पर्यटक

Last Updated : Dec 6, 2021, 7:08 PM IST
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