पांवटा: गुरु की नगरी पांवटा साहिब की दून घाटी में गेहूं की फसल (wheat crop in Paonta Sahib) भारी तादाद में पैदा की जाती है. इस बार गेहूं की फसल लगभग पक कर तैयार भी हो चुकी है, ऐसे में किसानों ने कृषि मंडी में गेहूं खरीदने की मांग शुरू कर दी है. इसी कड़ी में बुधवार को पांवटा संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष तरसेम सिंह ने एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन को ज्ञापन सौंपा और 13 अप्रैल से पहले गेहूं केंद्र खोलने की मांग उठाई.
पांवटा संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष (Paonta samyukt kisan morcha) ने कहा कि पांवटा साहिब की दून घाटी के साथ-साथ हरिपुर टोहाना, शिवपुर, बागरण, पुरुवाला, सालवाला, मेरूवाला, भगानी, गोजर, राजबन, माजरा पिपलीवाला, सूरजपुर, मानपुर देवड़ा, बेहराल, जामनिवाला, कोटरी ब्यास आदि दर्जनों पंचायतों में गेहूं की फसल लगभग खेतों में तैयार होने की कगार पर है, लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा गेहूं केंद्र नहीं खोले गए हैं. ऐसे में यहां के किसानों को नुकसान हो सकता है.
उन्होंने कहा कि पहले भी यहां के किसान हरियाणा की मंडी में औने पौने दामों में गेहूं बेचने को मजबूर होते थे, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा पिछले वर्ष गेहूं केंद्र खोलने से यहां के किसानों को फायदा मिला था और हिमाचल की कृषि मंडी पांवटा साहिब में सबसे ज्यादा गेहूं खरीद हुई थी. इस बार भी उम्मीद है कि समय रहते यदि प्रशासन गेहूं केंद्र खोल दें, तो इस बार भी भारी तादात में गेहूं खरीदी जाएगी, ताकि किसानों को अच्छी आमदनी मिले.
वहीं, पांवटा साहिब के एसडीएम विवेक महाजन ने बताया कि इस बार गेहूं खरीद केंद्र जल्द (Agriculture Market Paonta Sahib) बनाए जाएंगे. कृषि उपज मंडी के चेयरमैन को आदेश भी दे दिए हैं, ताकि इस बार किसानों को गेहूं की खरीद में किसी भी तरह की परेशानियां न झेलनी पड़े. उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद केंद्र बनाने के लिए ऊर्जा मंत्री के साथ एक बैठक भी की गई है, ताकि किसान जल्द एफसीआई के माध्यम से गेहूं खरीद सके.
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