नाहन: सिरमौर में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर गुरुवार को जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों केे साथ बैठक आयोजित की. बचत भवन में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने की. जिला परिषद व नगर निकायों के साथ दो अलग-अलग सेशन में आयोजित इस बैठक में जिला के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों की रोकथाम को लेकर रणनीति तैयार की गई.
बैठक की जानकारी देते हुए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि जिले में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनजर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग, होम आइसोलेशन को सुदृ़ढ़ करने के साथ-साथ वैक्सीनेशन आदि को लेकर सुबह के सेशन में जिला परिषद सदस्यों के साथ विस्तार से चर्चा की गई.
तीन हिस्सों में विभाजित की जाएंगी पंचायतें
जिले की सभी पंचायतों को 3 हिस्सों में विभाजित किया गया है, जिसमें सामान्य, संवेदनशील व अति संवेदनशील पंचायतें शामिल हैं. इसी के तहत कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों, कोरोना सैंपलिंग सहित होम आइसोलेट किए गए संक्रमितों की देखभाल संबंधि कार्यों के लिए जिला परिषद के सदस्य, पंचायत प्रतिनिधि, बीडीसी सदस्य, ग्राम रोजगार सेवक व पंचायत सचिव का सहयोग लिया जाएगा. साथ ही, सरकार की टीकाकरण अभियान को सफल बनाने की दिशा में भी कार्य होगा. इसको लेकर जिला परिषद के सदस्यों को पंचायत स्तर की सूचना उपलब्ध करवाई गई है, ताकि मुश्किल की इस घड़ी में वह अपना रोल प्ले करें.
नाहन व पांवटा साहिब में संक्रमण के अधिक मामले
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि बैठक में नगर निकायों के जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई. नाहन और पांवटा साहिब में काफी अधिक संक्रमण के मामले हैं. जैसे की नाहन नगर परिषद के ही 13 वार्डों में प्रत्येक वार्ड में 15 से 16 मामले पाॅजिटिव हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए कि पार्षद इस स्थिति में कोई व्यक्ति यदि पाॅजिटिव आया है, तो उसकी देखरेख कैसे करनी है. घर में सुविधाएं हैं या नहीं. कोविड केयर सेंटर में भेजना है या नहीं. कोरोना से मृत्यु कम से कम हो, संक्रमण कम से कम फैले, इसको लेकर भी पार्षद अपना सहयोग देंगे. संबंधित पार्षदों के साथ भी सारी सूचनाएं शेयर की गई हैं.
जिले में तेजी से फैल रहा संक्रमण
बता दें कि सिरमौर जिला में पिछले 25 दिनों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. गुरुवार तक जिला भर में एक्टिव केस की संख्या 986 तक पहुंच गई है. जबकि, संक्रमण से मौत का आंकड़ा भी 47 हो गया है. लिहाजा जिला प्रशासन ने शहरों से लेकर ग्रामीण स्तर पर फैल रहे संक्रमण की रोकथाम को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ योजना बनाई है, ताकि संक्रमण से बचाव हो सके.
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