नाहन: सिरमौर जिले के शिलाई उपमंडल में एक युवती के साथ मारपीट व उसके कपड़े फाड़ने के मामले में दलित शोषण मुक्ति मंच ने शिलाई पुलिस की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करते हुए नाराजगी व्यक्त की है. इस सिलसिले में दलित शोषण मुक्ति मंच जिला सिरमौर का एक प्रतिनिधि मंडल शनिवार को एक ज्ञापन लेकर एसपी सिरमौर के कार्यालय में पहुंचा.
इस ज्ञापन में दलित शोषण मुक्ति मंच ने जहां मामले में आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है, तो वहीं शिलाई थाना के संबंधित पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी जांच की गुहार लगाई है. मीडिया से बात करते हुए दलित शोषण मुक्ति मंच के जिला संयोजक आशीष कुमार ने 7 अक्तूबर को शिलाई कॉलेज के अंदर सार्वजनिक स्थान पर एक युवती के साथ एक युवक ने उसके कपड़े फाड़ते हुए अभद्रता का व्यवहार किया.
वीडियो वायरल करके भी युवक पीड़िता का ब्लैकमेल कर रहा था. इस मामले में उन्होंने शिलाई पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए है. उन्होंने समय पर शिकायत पर कार्रवाई न करने के आरोप भी पुलिस पर लगाए. आशीष कुमार ने कहा कि दलित शोषण मुक्ति मंच यह मांग करता है कि संबंधित पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाए. साथ ही आरोपी के खिलाफ भी दुष्कर्म, एट्रोसिटी व आईटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया जाए.
दूसरी तरफ प्रतिनिधि मंडल में शामिल राज्य जनवादी महिला समिति की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार ने आरोप लगाया कि देश ही नहीं प्रदेश सहित जिला सिरमौर में भी महिलाओं व युवती के साथ अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं. अपराधिक प्रवृति के लोगों में कोई डर नहीं रह गया है. शिलाई कॉलेज में पीड़िता के साथ पेश आई घटना पर भी संतोष कपूर ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने भी इस पूरी घटना की जांच की मांग करते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है.
उधर, फोन पर इस मामले में पूछे जाने पर जिला की एएसपी बबीता राणा ने कहा कि शिलाई पुलिस थाना में पीड़ित युवती की शिकायत पर आईपीसी की धारा 341, 323, 364 के तहत मामला दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि अभी यौन शोषण जैसी शिकायत नहीं मिली है. यदि इस तरह की कोई शिकायत मिलेगी, तो पुलिस इस मामले में भी कार्रवाई करेगी. फिलहाल शिलाई पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
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