नाहन: सिरमौर जिले के राजगढ़ उपमंडल में देवदार के पेड़ को काटे जाने का मामला सामने आया. यहां रिजर्व फॉरेस्ट से काटे गए देवदार के पेड़ के 9 नग भी मौके से बरामद किए गए हैं, जबकि देवदार के काटे गए पेड़ की कीमत भी लाखों में है. इस संदर्भ में वन विभाग की शिकायत पर राजगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है.
दरअसल पुलिस को दी शिकायत में वन परिक्षेत्र अधिकारी हाब्बन बीट जय सिंह ने बताया कि वह आरक्षित वन-14 थैना, जडियाधार-बनालिधार में स्टाफ सहित मौका पर पहुंचे, जहां सरकारी जंगल में एक हरा पेड़ देवदार का मौके पर कटा पाया गया. मौके पर देवदार की लकडी चिरान/पच्छान शुद्धा 9 नग गैलियां, जिसमें 4 नग पच्छान शुद्धा व 5 गैलियां मौका पर पाई गई, जिसे बरामद कर फील्ड स्टाफ द्वारा कब्जा में ले लिया गया.
इस पेड़ के अवैध कटान के बारे में सूचना खजान सिंह पुत्र मस्त राम गांव डरैणा/जडियाधार जो कि जलशक्ति विभाग में बतौर बेलदार कार्यरत है, ने विभाग को दी. बेलदार ने विभाग को बताया कि जब वह अपनी ड्यूटी पर बनालीधार की तरफ जा रहा था, तो इसी बीच डरैणा रिजर्व फॉरेस्ट थैना में कटर-मशीन की आवाज सुनाई दी.
उसने मौके पर जाकर देखा कि राजकुमार व संजय पुत्र लच्छ्मी सिंह गांव डरैणा (जडियाधार) तहसील राजगढ़ द्वारा कटर मशीन से देवदार का एक हरा पेड़ काटा गया है. पुलिस को सौंपी शिकायत में वन विभाग ने खजान सिंह के ब्यान कलमबद्ध कर साथ में संलग्न भी किए गए है.
वन विभाग के अनुसार देवदार के काटे गए पेड़ की कीमत 2,54,650 रुपए आंकी गई है. जबकि साथ ही बरामद शुद्धा 9 नग गैलियों का मूल्य 1,48,400 बनता है. उनकी कुल कीमत लगभग 4 लाख बनती है. छानबीन के दौरान आरोपी मौका से फरार हो गए थे.
इस अवैध कटान बारे वन रक्षक पालू बीट विशाल तोमर द्वारा मौके पर डीआर काटी गई. इस पर शुक्रवार शाम को विभिन्न धाराओं में राजगढ़ पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. उधर, जिले की एएसपी बबीता राणा ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि वन विभाग की शिकायत में मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है.
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