नाहनः यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की देशव्यापी हड़ताल जिला सिरमौर में भी दूसरे दिन जारी रही. दो दिवसीय हड़ताल के तहत आज भी जिला के सभी राष्ट्रीय एकीकृत बैंक बंद रहे.
इसी बीच मंगलवार को जिला मुख्यालय नाहन में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के जिला स्तर के पदाधिकारियों ने नाहन में प्रेस वार्ता को संबोधित किया. साथ ही बैंकों के निजीकरण के फैसले का कड़ा विरोध जताया. बैंक अधिकारियों का कहना था कि यदि राष्ट्रीय स्तर पर यूनियन का आह्वान होता है, तो बैंक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जाने से गुरेज नहीं करेंगे.
बैंकों के निजीकरण को लेकर हड़ताल जारी
मीडिया से बात करते हुए नाहन में तैनात राष्ट्रीय एकीकृत बैंक के अधिकारी राकेश वर्मा ने कहा कि बैंकों की देशव्यापी हड़ताल का आज दूसरा दिन था. पिछले कल भी सभी राष्ट्रीय एकीकृत बैंक बंद रहे थे.
उन्होंने कहा कि हड़ताल का मुख्य उद्देश्य बैंकों के निजीकरण के फैसले का विरोध था. उन्होंने कहा कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन नहीं चाहती कि बैंकिंग व्यवस्था जो देश में इतने कठिन परिश्रम से तैयार हुई थी, उसका एकदम निजीकरण कर दिया जाए.
कमियों को सुधारा जा सकता है
राकेश वर्मा ने कहा कि छोटी-छोटी कमियां बैंक सर्विसेज में हो सकती है, जिन्हें सुधारने के लिए वह सभी वचनबद्ध हैं, लेकिन बैंकों का निजीकरण कर दिया जाए या सार्वजनिक संपत्तियों को बेच दिया जाए, उसका यूनियन पुरजोर विरोध करती है. उन्होंने कहा कि यदि फिर भी सरकार बैंकों के निजीकरण करने के फैसले को वापस नहीं लेती है, तो निश्चित रूप से यूनियन का यह संघर्ष आगे जाएगा. यूनियन के आह्वान परअनिश्चितकालीन हड़ताल भी की जा सकती है.
बैंकों के बंद होने से लोग परेशान
बता दें कि दूसरे दिन भी सभी राष्ट्रीय एकीकृत बैंकों में कामकाज पूरी तरह से ठप रहा और लोगों को लेन-देन संबंधी कार्यों में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
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