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त्रिलोकपुर आश्विन नवरात्र मेले में चाक-चौबंद रहेगी सुरक्षा व्यवस्था, 4 सेक्टर में बांटा गया मेला क्षेत्र

उत्तर भारत के प्रसिद्ध दिव्य शक्ति पीठ महामाया बालासुंदरी के दर्शन के लिए जिला प्रशासन ने एसओपी जारी की है. बुधवार को मीडिया से रूबरू हुए डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर सभी तैयारियां कर ली गई हैं. बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को नाकों पर कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट या वैक्सीन के दोनों डोज की सर्टिफिकेट देने होंगे.

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Published : Oct 6, 2021, 4:04 PM IST

Updated : Oct 6, 2021, 5:50 PM IST

नाहन: उत्तर भारत की प्रसिद्ध दिव्य शक्ति पीठ महामाया बालासुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में 7 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले आश्विन नवरात्र मेले को लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. मेले में जहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, तो वहीं कोविड-19 के तहत एसओपी जारी करते हुए उचित दिशा निर्देश भी जारी किए गए है. बुधवार को डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने मीडिया से रूबरू होते हुए मेले से संबंधित तैयारियां की विस्तार से जानकारी दी.

मीडिया से बात करते हुए डीसी राम कुमार गौतम ने बताया कि त्रिलोकपुर में आश्विन नवरात्र मेले को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है और यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मेला क्षेत्र को 4 सेक्टर में बांटा गया है. उन्होंने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने की अनुमति होगी. बिना मास्क के पाए जाने पर चालान किया जाएगा.

वीडियो.

बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को सिरमौर जिले में प्रवेश के लिए 72 घंटें के भीतर की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट, 24 घंटें के भीतर की रैट रिपोर्ट या कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज का प्रमाण पत्र दिखाने पर ही प्रवेश मिलेगा. श्रद्धालुओं को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. इसके अतिरिक्त मंदिर में दर्शन के दौरान मूर्तियों को छुने व चुन्नी चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा और मंदिर में भजन-कीर्तन की अनुमति नहीं होगी. जबकि धर्मशालाओं में 50 प्रतिशत क्षमता पर रात्रि ठहराव की व्यवस्था होगी. इसके अतिरिक्त मंदिर परिसर के बाहर लगने वाले लंगर की अनुमति नहीं होगी.


मंदिर के पुजारियों को प्रसाद, मोली के वितरण की अनुमति नहीं दी गई है. श्रद्धालुओं की सामुहिक या व्यक्तिगत रूप से पूजा-अर्चना, कन्या पूजन, मुंडन पर प्रतिबंध रहेगा. जबकि कोविड प्रोटोकोल के तहत हवन की अनुमति होगी. गर्भ गृह में केवल एक समय में एक ही पुजारी पूजा करेगा. सभी पुजारी मंदिरों में कोविड-19 के लिए जारी दिशानिर्देशों की अनुपालना करेंगे. सफाई कर्मचारी दिन में तीन बार मंदिर परिसर में सफाई करेंगे व एकत्रित कचरे को समय पर निष्पादन स्थल पर पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे.

डीसी ने सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वह जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए कोविड-19 एसओपी का पालन करना सुनिश्चित करें, ताकि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. बता दें कि तीन राज्यों के साथ सटे सिरमौर जिले में त्रिलोकपुर मां बालासुंदरी मंदिर में आयोजित होने वाले मेले में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड सहित पूरे प्रदेश से हजारों की तादाद में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. लिहाजा प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम किए हैं.

ये भी पढ़ें: शारदीय नवरात्र को लेकर शक्तिपीठ ज्वालामुखी में भव्‍य तैयारी, मां के दरबार में होती है हर मुराद पूरी

नाहन: उत्तर भारत की प्रसिद्ध दिव्य शक्ति पीठ महामाया बालासुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में 7 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले आश्विन नवरात्र मेले को लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. मेले में जहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, तो वहीं कोविड-19 के तहत एसओपी जारी करते हुए उचित दिशा निर्देश भी जारी किए गए है. बुधवार को डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने मीडिया से रूबरू होते हुए मेले से संबंधित तैयारियां की विस्तार से जानकारी दी.

मीडिया से बात करते हुए डीसी राम कुमार गौतम ने बताया कि त्रिलोकपुर में आश्विन नवरात्र मेले को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है और यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मेला क्षेत्र को 4 सेक्टर में बांटा गया है. उन्होंने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने की अनुमति होगी. बिना मास्क के पाए जाने पर चालान किया जाएगा.

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बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को सिरमौर जिले में प्रवेश के लिए 72 घंटें के भीतर की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट, 24 घंटें के भीतर की रैट रिपोर्ट या कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज का प्रमाण पत्र दिखाने पर ही प्रवेश मिलेगा. श्रद्धालुओं को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. इसके अतिरिक्त मंदिर में दर्शन के दौरान मूर्तियों को छुने व चुन्नी चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा और मंदिर में भजन-कीर्तन की अनुमति नहीं होगी. जबकि धर्मशालाओं में 50 प्रतिशत क्षमता पर रात्रि ठहराव की व्यवस्था होगी. इसके अतिरिक्त मंदिर परिसर के बाहर लगने वाले लंगर की अनुमति नहीं होगी.


मंदिर के पुजारियों को प्रसाद, मोली के वितरण की अनुमति नहीं दी गई है. श्रद्धालुओं की सामुहिक या व्यक्तिगत रूप से पूजा-अर्चना, कन्या पूजन, मुंडन पर प्रतिबंध रहेगा. जबकि कोविड प्रोटोकोल के तहत हवन की अनुमति होगी. गर्भ गृह में केवल एक समय में एक ही पुजारी पूजा करेगा. सभी पुजारी मंदिरों में कोविड-19 के लिए जारी दिशानिर्देशों की अनुपालना करेंगे. सफाई कर्मचारी दिन में तीन बार मंदिर परिसर में सफाई करेंगे व एकत्रित कचरे को समय पर निष्पादन स्थल पर पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे.

डीसी ने सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वह जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए कोविड-19 एसओपी का पालन करना सुनिश्चित करें, ताकि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. बता दें कि तीन राज्यों के साथ सटे सिरमौर जिले में त्रिलोकपुर मां बालासुंदरी मंदिर में आयोजित होने वाले मेले में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड सहित पूरे प्रदेश से हजारों की तादाद में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. लिहाजा प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम किए हैं.

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Last Updated : Oct 6, 2021, 5:50 PM IST
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