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मंडी के दो किसानों से मिले कृषि विश्वविद्यालय कुलपति, आगे बढ़ने के लिए किया प्रेरित

कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रो. एचके चौधरी ने महिला किसान सुनीता देवी और परमा राम चौधरी से मुलाकात कर उनके अनुभवों को जाना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. कुलपति ने कहा कि उन्नत किसानों से मिल कर उनके अनुभवों को जाना है. एक ओर सुनिता देवी ने अपने छत पर पनीरी उगाई है. ऐसे काम देख कर उन्हें खुशी हुई है. कुलपति ने दोनों ही किसानों को अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बताया हैं.

HK Choudhary met farmers
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Published : Oct 18, 2020, 8:56 PM IST

सुंदरनगर/मंडीः हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रोफेसर हिरेंदर कुमार चौधरी रविवार को सुंदरनगर क्षेत्र के दो उन्नत किसानों से उनके घर जाकर रूबरू हुए. पालमपुर विवि कुलपति ने भरजवाणू निवासी महिला किसान सुनीता देवी और जगजीवन राम अभिनव किसान पुरस्कार विजेता परमा राम चौधरी से मुलाकात की. कुलपति ने दोनों किसानों से बातचीत करते हुए उनके अनुभवों को जाना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.

साथ ही विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एचके चौधरी ने इन दोनों उन्नत किसानों को पालमपुर में 27 अक्टूबर को आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय कृषि अधिकारी कार्यशाला के लिए भी आमंत्रित किया.

वीडियो.

सुनीता देवी ने घर की छत पर ही उगाई पनीरी

बता दें कि सुनीता देवी ने अपने घर की छत पर ही पनीरी उगाकर सफल महिला किसान बनीं है और इससे लगभग 50 से 60 हजार रुपये की सालाना आमदनी करती हैं. इसके अतिरिक्त लगभग 2 बीघा जमीन पर सब्जियों की खेती करती हैं जो सुनीता द्वारा लीज पर ली है. इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी होती है.

परमा राम चौधरी ने खुद के कृषि औजार किए विकसित

वहीं, दूसरे उन्नत किसान परमा राम चौधरी आईसीएआर की ओर से जगजीवन राम अभिनव किसान पुरस्कार विजेता हैं वे कृषि के लिए खुद से बनाए गए औजारों के लिए हिमाचल प्रदेश में जाने जाते हैं. परमा राम चौधरी कम खर्च में कृषि में उपयोग होने वाले औजारों से पहाड़ी क्षेत्रों में एक क्रांति लेकर आए हैं.

वीडियो.

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

मीडिया को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. एचके चौधरी ने कहा कि उन्नत किसानों से मिल कर उनके अनुभवों को जाना है. एक ओर सुनिता देवी ने अपने छत पर पनीरी उगाई है. ऐसा उन्होंने विदेशों में तो देखा है, लेकिन अपने प्रदेश में ऐसे काम देख कर उन्हें खुशी हुई है. साथ ही, उन्होंने परमा राम चौधरी के बारे में बताया कि उनके अविष्कार पेटेंट करने के काबिल है. कुलपति ने कहा कि रमा राम चौधरी ने साबित कर दिखाया है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. इनके द्वार तैयार किए औजार पहाड़ी क्षेत्र में कृषि में बदलाव ला सकतो हैं. कुलपति ने दोनों ही किसानों को अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बताया हैं.

वहीं, उन्नत महिला किसान सुनीता देवी ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति उनके घर उनके अनुभवों को जाना है, जिसकी उन्हें खुशी है. साथ ही सुनीता देवी ने कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर द्वारा उनकी सहायता करने के लिए भी धन्यवाद किया.

उन्नत किसान परमा नंद चौधरी ने कहा कि कुलपति एचके चौधरी और उनकी टीम ने उनके घर आकर उनके द्वारा निर्मित किए गए कृषि औजारों को खूब सराहा और औजारों की प्रशंसा की. परमा नंद चौधरी ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर का उनका सहयोग करने के लिए आभार जताया है.

ये भी पढ़ें- केरल : पहाड़ पर धान की खेती

ये भी पढ़ें- मंडी की महिला किसान ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री से किया संवाद, खेती मॉडल के अनुभव किए साझा

सुंदरनगर/मंडीः हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रोफेसर हिरेंदर कुमार चौधरी रविवार को सुंदरनगर क्षेत्र के दो उन्नत किसानों से उनके घर जाकर रूबरू हुए. पालमपुर विवि कुलपति ने भरजवाणू निवासी महिला किसान सुनीता देवी और जगजीवन राम अभिनव किसान पुरस्कार विजेता परमा राम चौधरी से मुलाकात की. कुलपति ने दोनों किसानों से बातचीत करते हुए उनके अनुभवों को जाना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.

साथ ही विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एचके चौधरी ने इन दोनों उन्नत किसानों को पालमपुर में 27 अक्टूबर को आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय कृषि अधिकारी कार्यशाला के लिए भी आमंत्रित किया.

वीडियो.

सुनीता देवी ने घर की छत पर ही उगाई पनीरी

बता दें कि सुनीता देवी ने अपने घर की छत पर ही पनीरी उगाकर सफल महिला किसान बनीं है और इससे लगभग 50 से 60 हजार रुपये की सालाना आमदनी करती हैं. इसके अतिरिक्त लगभग 2 बीघा जमीन पर सब्जियों की खेती करती हैं जो सुनीता द्वारा लीज पर ली है. इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी होती है.

परमा राम चौधरी ने खुद के कृषि औजार किए विकसित

वहीं, दूसरे उन्नत किसान परमा राम चौधरी आईसीएआर की ओर से जगजीवन राम अभिनव किसान पुरस्कार विजेता हैं वे कृषि के लिए खुद से बनाए गए औजारों के लिए हिमाचल प्रदेश में जाने जाते हैं. परमा राम चौधरी कम खर्च में कृषि में उपयोग होने वाले औजारों से पहाड़ी क्षेत्रों में एक क्रांति लेकर आए हैं.

वीडियो.

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

मीडिया को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. एचके चौधरी ने कहा कि उन्नत किसानों से मिल कर उनके अनुभवों को जाना है. एक ओर सुनिता देवी ने अपने छत पर पनीरी उगाई है. ऐसा उन्होंने विदेशों में तो देखा है, लेकिन अपने प्रदेश में ऐसे काम देख कर उन्हें खुशी हुई है. साथ ही, उन्होंने परमा राम चौधरी के बारे में बताया कि उनके अविष्कार पेटेंट करने के काबिल है. कुलपति ने कहा कि रमा राम चौधरी ने साबित कर दिखाया है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. इनके द्वार तैयार किए औजार पहाड़ी क्षेत्र में कृषि में बदलाव ला सकतो हैं. कुलपति ने दोनों ही किसानों को अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बताया हैं.

वहीं, उन्नत महिला किसान सुनीता देवी ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति उनके घर उनके अनुभवों को जाना है, जिसकी उन्हें खुशी है. साथ ही सुनीता देवी ने कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर द्वारा उनकी सहायता करने के लिए भी धन्यवाद किया.

उन्नत किसान परमा नंद चौधरी ने कहा कि कुलपति एचके चौधरी और उनकी टीम ने उनके घर आकर उनके द्वारा निर्मित किए गए कृषि औजारों को खूब सराहा और औजारों की प्रशंसा की. परमा नंद चौधरी ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर का उनका सहयोग करने के लिए आभार जताया है.

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