मंडीः कोरोना वायरस के चलते बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढ़ाई और प्रभावित ना हो इसके लिए सरकार ने 19 अक्टूबर से नियमित रूप से कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया है. वहीं, प्रदेश सरकार ने स्कूलों में 100 प्रतिशत स्टाफ को भी मंजूरी दे दी है.
कन्या राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में मंगलवार बारहवीं कक्षा के 13 छात्राओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है. वहीं, दसवीं कक्षा की एक भी छात्रा स्कूल नहीं पहुंची. कोरोना वायरस का डर अभी अभिभावकों और छात्राओं में बना हुआ है.
कन्या विद्यालय के छात्राओं का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी को लेकर जारी गाइडलाइंस का स्कूल में ध्यान रखा जा रहा है. उनका कहना है कि अध्यापकों द्वारा भी उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क और हैंड सेनिटाइजेशन के बारे में जागरूक किया जा रहा है ताकि कोरोना वायरस महामारी से बचा जा सके. वहीं, छात्राओं ने अपने सहपाठियों से स्कूल में आकर कक्षाएं लगाने की अपील भी की.
कन्या राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मंडी की प्रधानाचार्य डॉ. प्रतिभा वैद्य ने बताया कि सरकार के आदेशों के बाद 19 अक्टूबर से स्कूल में नियमित कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है और विद्यार्थियों को पर्याप्त सामाजिक दूरी बनाते हुए कक्षाओं में बिठाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विज्ञान संकाय की 74 छात्राओं में से 10 छात्राएं, कॉमर्स संकाय की 13 छात्राओं में से 3 छात्राओं स्कूल पहुंची. आर्ट्स के 89 छात्रों में से एक ने भी छात्रा उपस्थित नहीं रही. वहीं उन्होंने कहा कि कुछ एक छात्राएं पाठ्यक्रम से जुड़े संदेह को दूर करने के लिए भी स्कूल में पहुंच रही है.
आपको बता दें कि पूरे प्रदेश में 19 अक्टूबर से दसवीं और बारहवीं बोर्ड की कक्षाएं शुरू हो गई है. सरकार ने कोरोना वायरस महामारी को लेकर जारी गाइडलाइंस का स्कूलों द्वारा सख्ती से पालन भी किया जा रहा है, लेकिन कुछ अभिभावक अभी भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर असमंजस में हैं.
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