मंडी: मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा हिमाचल में 13 अगस्त तक भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है, जो बिल्कुल सटीक साबित हुआ है. प्रदेश में पिछले कल बुधवार से भारी बारिश हो रही है. वहीं, बारिश के बीच तबाही भी जारी है. जिला मंडी के उपमंडल करसोग में भी भारी बारिश हुई है जिससे सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ गया (Sutlej river water level Increased) है. भारी बारिश का आलाम ये है कि सतलुज नदी का जलस्तर चाबा पुल के तक आ पहुंचा है और पुल को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़क भी बाढ़ के पानी जलमग्न हो गई है. जिससे स्थानीय लोगों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया है. लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे हैं.
दो साल पहले चाबा पुल हुआ था क्षतिग्रस्त: लगातार हो रही बारिश से चाबा पुल के बहने का खतरा बना हुआ (Heavy Rain in Karsog) है. दरअसल दो साल पहले भी सतलुज नदी में बाढ़ आने से पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद नदी को क्रॉस करने के लिए झूला लगाया गया था, लेकिन स्थानीय जनता के विरोध के बाद चाबा में पैदल चलने के लिए फिर से पुल लगाया (Chaba Bridge of mandi) गया. वहीं आज रक्षाबंधन का पर्व है. ऐसे में जल स्तर बढ़ जाने की वजह से महिलाओं की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं. यही नहीं छात्र और कर्मचारी भी नदी के किनारे फंस गए हैं.
करसोग-रामपुर सड़क अवरुद्ध: करसोग में आधी रात से लगातार हो रही बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ है. उपमंडल के मनशान में भारी भूस्खलन से करसोग-रामपुर सड़क अवरुद्ध हो गई (Karsog Rampur road Closed) है. जिसके कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और जाम की स्थिति पैदा हो गई है. छोटे वाहनों समेत कई बसें भी बीच रास्ते में फंसी हुई हैं. जिससे बसों में सफर कर रही महिलाओं और बच्चों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जल्द बहाल होगी करसोग-रामपुर सड़क: करसोग-रामपुर सड़क पर भूस्खलन की जानकारी स्थानीय लोगों के द्वारा लोक निर्माण विभाग को विभाग को दी गई और सड़क को जल्द खोलने का आग्रह किया (landslide in karsog) गया. वहीं, लोक निर्माण विभाग पांगना सब डिवीजन के सहायक अभियंता ललित जरयाल का कहना है कि सड़क की खोलने के लिए जेसीबी भेज दी गई है. उन्होंने कहा की जल्द करसोग-रामपुर सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया जाएगा.
लोगों से सावधानी बरतने की अपील: वहीं, जिला प्रशासन ने लगातार जारी बारिश को देखते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है. एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर का कहना है की लगातार बारिश से नदी में जल स्तर बढ़ गया (heavy rain in himachal) है. ऐसे में लोग किसी भी तरह का जोखिम न उठाएं. उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने और बेवजह बाहर सफर न करने की अपील की है.
वहीं, एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने एडवाइजरी कर दी है. जिसमें सतलुज के किनारे बसे ग्रामीणों को नदी से दूर रहने की सलाह दी गई है. ग्रामीणों को सतर्क किया गया है कि सतलुज बेसन के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार बारिश से नदी पर बने बांधों में क्षमता से अधिक पानी भर गया है. जिस वजह से कभी भी बांधों से पानी छोड़ने की संभावना बनी हुई है. जिससे नदी में जलस्तर और अधिक बढ़ सकता है. ऐसे में सतलुज के साथ बसे तत्तापानी, थली, बिंदला, सबोट, मुंगना, बालड़ी, परलोग सहित अन्य गांव वासियों को नदी से दूर रहने को कहा गया है.
इस बारे में विकासखंड करसोग, विकासखंड चुराग, तहसीलदार, नायब तहसीलदार समेत संबंधित पंचायत प्रधानों को भी सूचित किया गया है. इसके अतिरिक्त पंचायत प्रतिनिधियों को पुलों और झूलों पर भी इस बारे में लिखित तौर पर सूचना लगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि नदी में बढ़ रहे जल स्तर के खतरे को लेकर लोग सतर्क रहें.
एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने कहा है कि भारी बारिश को सतलुज के जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिससे बांधों में भी क्षमता से अधिक पानी भर गया है. इससे बांधों से पानी छोड़े जाने की प्रबल संभावना बनी हुई है. ऐसे में सतलुज के किनारे बसे लोग नदी से दूर रहें.
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