मंडी: मंडी जिले के सुंदरनगर उपमंडल के महादेव की रहने वाली 13 वर्षीय श्रेया लोहिया को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2022 दिया गया है. श्रेया को यह पुरस्कार कार्ट रेसिंग में असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन करने पर प्रोत्साहन हेतु दिया गया. सोमवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से मंडी की श्रेया को डिजिटल पुरस्कार (Pradhan mantri rashtriya bal puraskar 2022) व एक लाख रुपये देकर सम्मानित किया.
इस अवसर पर मंडी में जिला प्रशासन की तरफ से भी उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी के द्वारा भी श्रेया लोहिया (Karting Racer Shreya Lohia) को शॉल टोपी और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया व बधाई दी गई. इस मौके पर कार्ट रेसर श्रेया लोहिया ने इस सम्मान के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया. श्रेया ने कहा कि वह अब पुरस्कार की राशि का उपयोग अपनी प्रतिभा को और अधिक निखारने में करेंगी.
वहीं, इस मौके पर जिला कल्याण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग मंडी अंजु बाला ने मंडी जिला के लिए मिली इस उपलब्धि को सभी के लिए गौरव की बात बताया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मान से छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने के लिए सहायता मिलती है.
बता दें कि नौ साल की आयु में बेंगलुरु से कार्टिंग रेस में 4 साल का कड़ा प्रशिक्षण हासिल करने के बाद श्रेया ने वर्ष 2018 में मलेशिया और इटली से मास्टर ट्रेनिंग ली. इंडिया की पहली गर्ल्स रेसर (Karting Racer Shreya Lohia) बनने के बाद श्रेया ने जेके टायर मोटर स्पोर्टस एक्स-30 चैंपियनशिप में भाग लिया और दूसरे स्थान पर रही. बेंगलुरु में वर्ष 2019 में आयोजित एफआइए गर्ल्स ऑन ट्रैक में उन्होंने पहला स्थान हासिल किया.
कार्टिंग रेस में श्रेया को आउटस्टैंडिंग वुमेन इन मोटर स्पोर्टस में 2018 और 2019 में दो अवार्ड भी मिल चुके हैं. श्रेया के पिता रितेश लोहिया और मां वंदना गुलेरिया सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं. श्रेया के पिता ने बताया कि बिटिया को बचपन से ही कुछ अलग कर दिखाने का जज्बा था. इंटरनेट पर भी वो कार्टिंग रेस को (Karting Racer Shreya Lohia) देखकर उसमें भाग लेने के लिए कहती रहती थी. उसकी इसी इच्छा को देखते हुए उन्होंने श्रेया को 4 साल के लिए बेंगलुरु में शिफ्ट कर दिया और स्वयं भी वहीं चले गए.
प्रशिक्षण हासिल करने के बाद अभी तक श्रेया ने अपनी दृढ़ इच्छा के चलते कई खिताब अपने नाम किए हैं. श्रेया इन दिनों दिल्ली के एक निजी स्कूल में अध्ययनरत हैं. लेकिन इस शैक्षणिक सत्र से वह सुंदरनगर के महादेव स्थित अपने पैत्रिक घर से ही अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखेंगी.
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