करसोग/मंडी: करसोग में टारिंग का सीजन आरंभ होते ही पीडब्ल्यूडी की कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठने लगी हैं. यहां ग्राम पंचायत सराहन और ग्वालपुर की जनता ने सराहन से शनोग सड़क में चल रहे टारिंग कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं. इस बारे में ग्रामीण वीरवार को अधिशाषी अभियंता से मिले और कार्य में सुधार लाने का अल्टीमेटम दिया.
ग्रामीणों ने अधिशाषी अभियंता से की गई शिकायत में आरोप लगाया है (road tarring in Karsog)कि सराहन से शनोग सड़क पर टारिंग के नाम पर लीपापोती की जा रही है. इस सड़क पर टारिंग का कार्य शुरू करने से पहले न तो गिरे हुए डंगों की मरम्मत की गई और न ही नालियां बनाई गई है. लोगों का कहना है कि सड़क में मिट्टी पर ही तारकोल की परत बिछाई जा रही है, जो साथ में ही उखड़ने भी लगी है. हैरानी की बात है की टारिंग में बरती जा रही इस तरह की अनियमितता को चैक करने वाला भी कोई नहीं है.
ऐसे में टारिंग के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है. ग्रामीणों ने विभाग से आग्रह किया है कि टारिंग से पहले सड़क में गिरे डंगों की मरम्मत सहित नालियां बनाई जाए. इसके साथ की टारिंग के कार्य की गुणवत्ता में भी सुधार लाया जाए. इसके बाद भी अगर शिकायत पर कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूरन जनता को धरना प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरना होगा.
समाज सेवी उत्तम चंद चौहान का कहना है कि सराहन से शनोग तक चल रहे टारिंग के कार्य में (bad quality of road tarring in Karsog) अनियमितताएं बरती जा रही हैं. कार्य शुरू करने से पहले न तो डंगों की मरम्मत की गई और न ही नालियां बनाई गई है. विभाग ने तंग सड़क पर ही बिना मरम्मत किए टारिंग का कार्य शुरू कर दिया है. इस बारे में अधिशाषी अभियंता से मिलकर शिकायत की गई है. इसके बाद भी अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जनता सड़कों में उतर कर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगी.
वहीं, अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार भारद्वाज का कहना है कि सराहन से शनोग सड़क के अपग्रेडेशन का कार्य चला है. इस बारे में लोग शिकायत लेकर आए थे. लोगों की बात को सुना गया है. उन्होंने कहा की लोगों ने जो समस्या बताई है, उसे दूर किया जाएगा. इस बारे में एसडीओ को स्पॉट विजिट करने के निर्देश दिए जा रहे हैं.