मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट(cm jairam thakur dream project) बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे(proposed airport at balh) का विरोध लगातार जारी है. शुक्रवार को बल्ह बचाओ संघर्ष समिति(balh bachao sangharsh samiti) व किसान संगठनों(farmer organizations) ने मंडी की सेरी चांदनी पर प्रस्तावित हवाई अड्डे के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया. एयरपोर्ट के विरोध में संघर्ष समिति ने उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी(deputy commissioner mandi arindam choudhary) के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(prime minister narendra modi) व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर(chief minister jai ram thakur) को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया.
बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जोगिन्दर वालिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पिछले 4 सालों से किसानों से बात तक नहीं कर रहे हैं. किसान सीएम से पूछना चाहते हैं कि बल्ह की उपजाऊ भूमि पर ही हवाई अड्डे का निर्माण क्यों किया जा रहा है. बल्ह में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा(international airport) बनाए जाने से यहां 2500 स्थानीय परिवार प्रभावित हो रहे हैं, जिनकी आबादी 12000 से अधिक है. हवाई अड्डे की वजह से किसान भूमिहीन व विस्थापित हो जाएंगे और बल्ह क्षेत्र का नामोनिशान ही मिट जाएगा.
वहीं, जल बचाओ संघर्ष समिति के सचिव नंदलाल वर्मा ने कहा कि यहां कि जमीन बहुत ही उपजाऊ है और साल में 400 करोड रुपये की आमदनी टमाटर की खेती से हो रही है. एक ओर स्वयं मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि बल्ह कि जमीन बहुत उपजाऊ है, वहीं दूसरी मुख्यमंत्री बल्ह के किसानों को विश्वास में ना लेकर एकतरफा चल रहे हैं. इसे मिनी पंजाब कहा जाता है. किसान अपनी उपजाऊ जमीन किसी भी हालात में नहीं देना चाहते हैं. मुख्यमंत्री अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. प्रस्तावित एयरपोर्ट को गैर उपजाऊ जमीन पर बनाया जाए, अन्यथा सरकार को आने वाले दिनों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
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