करसोग: उपमंडल करसोग में पशुपालकों (Cattle Keepers in Karsog) को गाय के कृत्रिम गर्भधारण करवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में विकासखंड चुराग के अंतर्गत ग्राम पंचायत सांवीधार के खंडेरी में गाय के कृत्रिम गर्भधारण के यूनिट खोलने की मांग ने जोर पकड़ लिया है. अभी पंचायत के तहत जस्सल में जो पशु डिस्पेंसरी खोली (Dispensary for animals in karsog) गई है, ये अधिकतर पशुपालकों के लिए दूर पड़ती है. पंचायत की भौगोलिक स्थिति भी काफी कठिन है. लोगों के घर सड़क से बहुत दूरी पर हैं.
जस्सल में जो पशु डिस्पेंसरी खोली गई (Problem Of Cattle Farmers In Karsog) है, ये स्टेशन बहुत से ग्रामीणों के लिए अंतिम छोर पर पड़ता हैं. ऐसे में लोग ने खंडेरी नामक स्थान पर भी एक यूनिट खोले जाने की मांग की है. ताकि पशुपालकों को घरद्वार पर टीके की सुविधा उपलब्ध सके और उनका कीमती समय भी बर्बाद न हो. किसानों पिछले करीब पांच सालों से खंडेरी में पशु डिस्पेंसरी खोलने की मांग कर रहे हैं. अगर सरकार मांग को पूरा करती है तो इससे 10 से अधिक गांव सांवीधार, पनेतु, डोबा, खागली, जमोधार, लमशर, पीपली, खंडेरी, चट्टकर, बरकैनो व रौडीदार आदि के 200 के करीब पशुपालकों को सुविधा मिलेगी.
अभी दिक्कत ये है कि खंडेरी सहित आसपास के गांव के लोगों को जस्सल में खोली गई पशु डिस्पेंसरी काफी दूर पड़ती है. यहां से वापस घर पहुंचने के लिए लोगों का करीब एक घंटे का समय बर्बाद हो रहा है, जबकि गर्भधारण के लिए टीका आधे घंटे में लगना जरूरी है. अगर इस दौरान टीका नहीं लगता है तो ये खराब हो जाता है. ऐसे में स्थानीय जनता ने खंडेरी में एक और यूनिट खोलने की मांग की है. ताकि पशुपालकों को गाय के कृत्रिम गर्भधारण करवाने में पेश आ रही दिक्कतों से छुटकारा मिल सके.
युवक मंडल सांवीधार के प्रधान राजेश शर्मा का कहना है कि सांवीधार पंचायत के तहत जस्सल में पशु डिस्पेंसरी ग्रामीणों को काफी दूर पड़ती है, इसलिए खंडेरी के भी यूनिट खोला जाना बहुत जरूरी है. ताकि पशुपालकों को गाय के कृत्रिम गर्भधारण में दिक्कतों का सामना न करना पड़े. वहीं, जिला मंडी पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. संजीव नड्डा का कहना है कि यूनिट खोलना सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है. इसके लिए लोगों सरकार के समक्ष यूनिट खोलने का मामला उठा सकते हैं. इसके बाद जैसे ही आदेश मिलते हैं विभाग जल्द सर्वे कर रिपोर्ट सरकार को सौंप देगा.