ETV Bharat / city

मंडी जहरीली शराब मामला: मुख्य 5 आरोपियों की संपत्ति की जांच करेगी ED

सुंदरनगर में जहरीली शराब मामले में और इस अवैध कारोबार में जुड़े सभी प्रमुख आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. मंगलवार शाम को सुंदरनगर में आयोजित प्रेस वार्ता (Mandi Poisonous Liquor Case) में हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया अब तक इस रैकेट में शामिल 5 लोगों के खिलाफ आर्थिक जांच ईडी को सौंप दी गई है और दिनों में अन्य प्रमुख आरोपियों के खिलाफ जुटाए गए सूबत भी ईडी को जांच के लिए सौंप दिए जाएंगे.

Sanjay Kundu in Sundernagar
हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू
author img

By

Published : Feb 1, 2022, 7:51 PM IST

मंडी: हिमाचल प्रदेश पुलिस (Himachal Pradesh Police) के महानिदेशक संजय कुंडू ने दावा किया है कि सुंदरनगर में जहरीली शराब मामले में और इस अवैध कारोबार में जुड़े सभी प्रमुख आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. उन्होंने कहा कि इस कारोबार से जुड़े रैकेट को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि यह जांच पुलिस के लिए हिमाचल में एक नया अनुभव था. लेकिन जिस तरह से पुलिस ने टीम वर्क की तरह काम किया इस रैकेट में जुड़े सभी प्रमुख 19 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया. जिनमें से 11 न्यायिक हिरासत में है और 8 पुलिस रिमांड पर है. जिनसे पूछताछ लगातार जारी है.

आने वाले दिनों में इस रैकेट में शामिल कुछ और लोगों की भी (Mandi Poisonous Liquor Case) गिरफ्तारी हो सकती है. मंगलवार शाम को सुंदरनगर में आयोजित प्रेस वार्ता में संजय कुंडू ने बताया अब तक इस रैकेट में शामिल 5 लोगों के खिलाफ आर्थिक जांच ईडी को सौंप दी गई है और दिनों में अन्य प्रमुख आरोपियों के खिलाफ जुटाए गए सूबत भी ईडी को जांच के लिए सौंप दिए जाएंगे.

उन्होंने बताया पुलिस ने मामला संज्ञान में आने (Sanjay Kundu in Sundernagar) के बाद महज 72 घंटों में ही इस रैकेट का पर्दाफाश कर दिया था. जिसके बाद अगले 10 दिनों में एसआईटी ने करीब 10 हजार किलोमीटर का सफर कर इसमें शामिल सभी प्रमुख आरोपियों को हिरासत में ले लिया.

उन्होंने इस मामले में एसआईटी द्वारा रात दिन की गई मेहनत को खूब सराहा है. संजय कुंडू ने बताया इस रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए अन्य राज्यों की पुलिस का पूरा सहयोग रहा. जिसके चलते ही टीम मामले का पूरी तरह से पर्दाफाश करने में सफल हो सकी.

उन्होंने बताया शराब के इस गोरखधंधे से जुड़े आरोपी रोजाना करीब 150 पेटी शराब बनाते थे. रैकेट से जुड़ा मुख्य किंगपिन गौरव उर्फ गौरु इस धंधे में 15 सालों से जुड़ा हुआ था. जिसके खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है.

पुलिस के पकड़े जाने से डर से यह बार-बार अपना ठिकाना भी बदलते रहते थे. उन्होंने कहा कि एरिया डिस्ट्रीब्यूटर रोजाना इस धंधे में 3000 से लेकर 4500 रुपये कमाते थे. जो इनके आगे फुट सैलर थे वह भी मोटी कमाई करते थे.

उन्होंने कहा कि इस मामले में अन्य कई अहम सुराग भी हाथ लगे है. जिन्हें आने वाले दिनों में मीडिया से शेयर किया जाएगा. इस मौके पर एसआईटी इंचार्ज डीआईजी मधुसूदन, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एएसपी विवेक चैहल, थाना प्रभारी सुंदरनगर अंकुर शर्मा व बल्ह कमलेश कुमार भी मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें- GST COLLECTION IN HIMACHAL: जनवरी माह में 427.72 करोड़ रुपये जीएसटी एकत्रित

मंडी: हिमाचल प्रदेश पुलिस (Himachal Pradesh Police) के महानिदेशक संजय कुंडू ने दावा किया है कि सुंदरनगर में जहरीली शराब मामले में और इस अवैध कारोबार में जुड़े सभी प्रमुख आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. उन्होंने कहा कि इस कारोबार से जुड़े रैकेट को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि यह जांच पुलिस के लिए हिमाचल में एक नया अनुभव था. लेकिन जिस तरह से पुलिस ने टीम वर्क की तरह काम किया इस रैकेट में जुड़े सभी प्रमुख 19 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया. जिनमें से 11 न्यायिक हिरासत में है और 8 पुलिस रिमांड पर है. जिनसे पूछताछ लगातार जारी है.

आने वाले दिनों में इस रैकेट में शामिल कुछ और लोगों की भी (Mandi Poisonous Liquor Case) गिरफ्तारी हो सकती है. मंगलवार शाम को सुंदरनगर में आयोजित प्रेस वार्ता में संजय कुंडू ने बताया अब तक इस रैकेट में शामिल 5 लोगों के खिलाफ आर्थिक जांच ईडी को सौंप दी गई है और दिनों में अन्य प्रमुख आरोपियों के खिलाफ जुटाए गए सूबत भी ईडी को जांच के लिए सौंप दिए जाएंगे.

उन्होंने बताया पुलिस ने मामला संज्ञान में आने (Sanjay Kundu in Sundernagar) के बाद महज 72 घंटों में ही इस रैकेट का पर्दाफाश कर दिया था. जिसके बाद अगले 10 दिनों में एसआईटी ने करीब 10 हजार किलोमीटर का सफर कर इसमें शामिल सभी प्रमुख आरोपियों को हिरासत में ले लिया.

उन्होंने इस मामले में एसआईटी द्वारा रात दिन की गई मेहनत को खूब सराहा है. संजय कुंडू ने बताया इस रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए अन्य राज्यों की पुलिस का पूरा सहयोग रहा. जिसके चलते ही टीम मामले का पूरी तरह से पर्दाफाश करने में सफल हो सकी.

उन्होंने बताया शराब के इस गोरखधंधे से जुड़े आरोपी रोजाना करीब 150 पेटी शराब बनाते थे. रैकेट से जुड़ा मुख्य किंगपिन गौरव उर्फ गौरु इस धंधे में 15 सालों से जुड़ा हुआ था. जिसके खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है.

पुलिस के पकड़े जाने से डर से यह बार-बार अपना ठिकाना भी बदलते रहते थे. उन्होंने कहा कि एरिया डिस्ट्रीब्यूटर रोजाना इस धंधे में 3000 से लेकर 4500 रुपये कमाते थे. जो इनके आगे फुट सैलर थे वह भी मोटी कमाई करते थे.

उन्होंने कहा कि इस मामले में अन्य कई अहम सुराग भी हाथ लगे है. जिन्हें आने वाले दिनों में मीडिया से शेयर किया जाएगा. इस मौके पर एसआईटी इंचार्ज डीआईजी मधुसूदन, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एएसपी विवेक चैहल, थाना प्रभारी सुंदरनगर अंकुर शर्मा व बल्ह कमलेश कुमार भी मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें- GST COLLECTION IN HIMACHAL: जनवरी माह में 427.72 करोड़ रुपये जीएसटी एकत्रित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.