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मंडी में आवारा कुत्तों के आतंक के चलते उड़ी लोगों की नींद, तीन दिन में 20 लोगों को किया लहूलुहान - आवारा कुत्ता

बालीचौकी के बाजार में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. पिछले 3 दिनों में इन आवारा कुत्तों ने दो स्कूली बच्चों समेत 20 लोगों को काट लिया है.

कुत्तों के आतंक से लोगों में दहशत
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Published : May 7, 2019, 8:58 PM IST

मंडी: जिला के बालीचौकी के बाजार में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. पिछले 3 दिनों में इन आवारा कुत्तों ने दो स्कूली बच्चों समेत 20 लोगों को काट लिया है. घायलों में से कुछ लोगों का इलाज सीएचसी बालीचौकी में किया गया है, जबकि गंभीर हालत में तीन लोगों को मंडी रेफर किया गया है.

People scared of horror dogs
आवारा कुत्तों के आतंक से लोगों में दहशत

खौफजदा लोगों ने प्रशासन और वेटरनरी विभाग से आवारा कुत्तों को पकड़ने की मांग की है. लोगों ने प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग उठाई है. स्थानीय निवासियों ने कुत्तों को पकड़ने और फौरी राहत की भी मांग उठाई है.

चिकित्सा केंद्र को सीएचसी का दर्जा तो मिल गया है. लेकिन यहां स्वास्थ्य सेवाएं हाशिए पर हैं. स्टाफ की भारी कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाएं काफी प्रभावित हुई हैं. वहीं कुत्तों के काटे जाने के बाद रेबीज इंजेक्शन भी यहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध नहीं है. ऐसे में पीड़ितों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

आवारा कुत्तों के आतंक से लोगों में दहशत

पीड़ितों को मजबूरन मंडी या कुल्लू अस्पताल जाना पड़ रहा है. इस बारे में गोहर के एसडीएम अनिल भारद्वाज का कहना है कि उन्हें घटना की सूचना मिली है. पंचायत व वेटरनरी विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.

मंडी: जिला के बालीचौकी के बाजार में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. पिछले 3 दिनों में इन आवारा कुत्तों ने दो स्कूली बच्चों समेत 20 लोगों को काट लिया है. घायलों में से कुछ लोगों का इलाज सीएचसी बालीचौकी में किया गया है, जबकि गंभीर हालत में तीन लोगों को मंडी रेफर किया गया है.

People scared of horror dogs
आवारा कुत्तों के आतंक से लोगों में दहशत

खौफजदा लोगों ने प्रशासन और वेटरनरी विभाग से आवारा कुत्तों को पकड़ने की मांग की है. लोगों ने प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग उठाई है. स्थानीय निवासियों ने कुत्तों को पकड़ने और फौरी राहत की भी मांग उठाई है.

चिकित्सा केंद्र को सीएचसी का दर्जा तो मिल गया है. लेकिन यहां स्वास्थ्य सेवाएं हाशिए पर हैं. स्टाफ की भारी कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाएं काफी प्रभावित हुई हैं. वहीं कुत्तों के काटे जाने के बाद रेबीज इंजेक्शन भी यहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध नहीं है. ऐसे में पीड़ितों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

आवारा कुत्तों के आतंक से लोगों में दहशत

पीड़ितों को मजबूरन मंडी या कुल्लू अस्पताल जाना पड़ रहा है. इस बारे में गोहर के एसडीएम अनिल भारद्वाज का कहना है कि उन्हें घटना की सूचना मिली है. पंचायत व वेटरनरी विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.

आवारा कुत्तों ने तीन दिनों में बीस को काटा, तीन मंडी रेफर
मंडी जिला के बालीचौकी का मामला, लोगों में दहशत


मंडी। आवारा कुत्तों ने बालीचौकी के बाजार में तीन दिनों में दो स्कूली बच्चों समेत बीस लोगों को काटकर लहूलुहान कर दिया। कुछ घायलों का उपचार सीएचसी बालीचौकी में किया गया है। जबकि कुछ घायल कुल्लू इलाज के लिए चले गए हैं। जबकि तीन गंभीर रूप से घायलों को मौके पर 108 एंबुलेंस बुलाकर उपचार के लिए जोनल अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। कुत्तों के आतंक से लोगों में दहशत मची हुई है। खौफजदा लोगों ने प्रशासन और वेटरनरी विभाग से आवारा कुत्तों को पकड़ने की मांग की है। सोमवार देर शाम छह लोगों को बाजार में कुत्तों ने काटा है। जबकि दो स्कूली बच्चों समेत चौदह को सुबह कुत्तों ने काट खाया। घायलों में हर्ष राज उम्र 31 साल गांव औट , भाद्रू राम उम्र 43 दसाल गांव शालानू, टिक्कम राम उम्र 39 साल गांव बालीचौकी को मंडी रेफर कर दिया गया है। सराज विसक्षेत्र सीएम का गृह क्षेत्र है। ऐसे में लोगों ने प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग उठाई है। कुत्तों के खौफ से बच्चे भी घरों में बंद होकर रह गए है। बाजार के दुकानदार भी हाथ मे डंडा लेकर अपनी दुकानों को जा रहे है। स्थानीय निवासी नीके राम, केहर ‌स‌िंह, भूमे राम, नोख सिंह, धनी राम, मनोज, दिले राम, शेर सिंह ने प्रशासन से कुत्तों को पकड़ने की मांग की है। वहीं फौरी राहत की मांग भी उठाई है। सोमवार और मंगलवार को इन घटनाओं के बाद अभिभावकों को बुधवार बच्चें को स्कूल भेजने की चिंता सताने लगी है। चिकित्सा केंद्र को सीएचसी का दर्जा तो मिल गया है। लेकिन यहां स्वास्थ्य सेवाएं होशिये पर हैं। स्टाफ की भारी कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाएं हांफी हुई है। वहीं कुत्तों के काटे जाने के बाद रेबिज इंजेक्शन भी यहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध नहीं है। ऐसे में रोगियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोगियों को मजबूरन मंडी या कुल्लू अस्पताल रेफर होना पड़ रहा है। इस बारे गोहर के एसडीएम अनिल भारद्वाज का कहना है कि उन्हें घटना की सूचना है। पंचायत व वेटरनरी विभाग को को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए है। वहीं, बालीचौकी सीएचसी की डॉक्टर रेवा ने बताया कि तीन मरीज मंडी रेफर हुए हैं। कुछ कुल्लू चले गए हैं।

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