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भालू के आतंक से दहशत में करसोग के लोग, पिछले कई दिनों से सेब से लदे पौधों को पहुंचा रहा नुकसान - Mandi

सरत्योला पंचायत में भालू ने किसानों का जीना हराम कर दिया है. हर रोज रात के समय भालू खेतों में आकर सेब से लदे पौधों की तोड़कर इन्हें नुकसान पहुंचा रहा है. लोगों ने वन विभाग से भालू को पकड़ने का आग्रह किया है.

People from sartyola village panic in the fear of bears
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Published : Jun 22, 2019, 5:11 PM IST

करसोग: करसोग में एक विकराल समस्या बन चुके जंगली जानवरों ने किसानों को खेती छोड़ने पर मजबूर कर दिया है. पहले तो जंगली जानवर बंदर, सुअर व लंगूर आदि खेतों में उगाई गई पारम्परिक फसलों को ही नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन अब सेब से लदे पौधों को ही चपेट में लेना शुरू कर दिया है. इन दिनों ऐसा ही आतंक भालू ने सरत्योला पंचायत में मचाया है. पिछले दिमों इसी गांव में एक व्यक्ति को घायल कर दिया था.

भालू देर रात खेतों में आकर सेब से लदे पौधों को तोड़ रहे हैं. शुक्रवार की रात भालू ने गांव के रहने वाले तिलकराज के सेब के 60 से 70 पौधों की टहनियों को नुकसान पहुंचाया था. इसी तरह से गांव के अन्य बागवानों की भी सेब की फसल को भालू ने बरबाद कर दिया है. यहीं नहीं पिछले कई दिनों से भालू के सरत्योला में घूमने के कारण लोगों का डर के कारण घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है.

पिछले दिनों इसी गांव में जंगल में चलारू इकट्ठा करने गए व्यक्ति पर भालू ने हमला कर दिया था. जिस कारण वो व्यक्ति कई दिनों तक करसोग के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन रहा. उसके बाद क्षेत्र के लोगों दहशत का माहौल है. खासकर लोगों ने भालू के डर से रात को घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है.

स्थानीय निवासी तिलकराज का कहना है कि गांव में भालू ने बहुत आतंक मचाया है. हमारी सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. लोगों ने वन विभाग से भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने का आग्रह किया है और सेब की फसल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की भी मांग की है. वहीं, इस बारे में डीएफओ करसोग आरके शर्मा का कहना है कि लोग वन विभाग को भालू के बारे में लिखित तौर पर भी सूचित करें. जिस पर वन विभाग भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगायेगा.

करसोग: करसोग में एक विकराल समस्या बन चुके जंगली जानवरों ने किसानों को खेती छोड़ने पर मजबूर कर दिया है. पहले तो जंगली जानवर बंदर, सुअर व लंगूर आदि खेतों में उगाई गई पारम्परिक फसलों को ही नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन अब सेब से लदे पौधों को ही चपेट में लेना शुरू कर दिया है. इन दिनों ऐसा ही आतंक भालू ने सरत्योला पंचायत में मचाया है. पिछले दिमों इसी गांव में एक व्यक्ति को घायल कर दिया था.

भालू देर रात खेतों में आकर सेब से लदे पौधों को तोड़ रहे हैं. शुक्रवार की रात भालू ने गांव के रहने वाले तिलकराज के सेब के 60 से 70 पौधों की टहनियों को नुकसान पहुंचाया था. इसी तरह से गांव के अन्य बागवानों की भी सेब की फसल को भालू ने बरबाद कर दिया है. यहीं नहीं पिछले कई दिनों से भालू के सरत्योला में घूमने के कारण लोगों का डर के कारण घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है.

पिछले दिनों इसी गांव में जंगल में चलारू इकट्ठा करने गए व्यक्ति पर भालू ने हमला कर दिया था. जिस कारण वो व्यक्ति कई दिनों तक करसोग के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन रहा. उसके बाद क्षेत्र के लोगों दहशत का माहौल है. खासकर लोगों ने भालू के डर से रात को घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है.

स्थानीय निवासी तिलकराज का कहना है कि गांव में भालू ने बहुत आतंक मचाया है. हमारी सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. लोगों ने वन विभाग से भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने का आग्रह किया है और सेब की फसल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की भी मांग की है. वहीं, इस बारे में डीएफओ करसोग आरके शर्मा का कहना है कि लोग वन विभाग को भालू के बारे में लिखित तौर पर भी सूचित करें. जिस पर वन विभाग भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगायेगा.


---------- Forwarded message ---------
From: rashmi raj <rashmiraj.51009@gmail.com>
Date: Sat, Jun 22, 2019, 8:03 AM
Subject: भालू का आतंक से दहशत में लोग, पिछले कई दिनों में यहां रात को तोड़ दिए सेब से लदे पौधे।
To: <rajneeshkumar@etvbharat.com>


भालू का आतंक से दहशत में लोग, पिछले कई दिनों में यहां रात को तोड़ दिए सेब से लदे पौधे।
सरत्योला पंचायत में भालू ने किसानों का जीना हराम कर दिया है। यहां रोज रात को भालू खेतों में आकर सेब से लदे पौधों की तोड़कर नुकसान पहुंचा रहा है
 लोगों ने वन विभाग से भालू को पकड़ने का आग्रह किया है।
करसोग

करसोग में एक विकराल समस्या बन चुके जंगली जंगली जानवरों ने किसानों को खेती छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। पहले तो जंगली जानवर बंदर, सुअर व लंगूर आदि खेतों में उगाई गई पारम्परिक फ़सलों को ही नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन अब भालू जैसे खतरनाक जानवरों ने सेब से लदे पौधों को ही चपेट में लेना शुरू कर दिया है। इन दिनों ऐसा ही आतंक भालू ने सरत्योला पंचायत में मचाया है। पिछले दिमों इसी गांव में एक व्यक्ति पर हमला करने के बाद अब भालू देर रात खेतों में आकर सेब से लदे पौधों को तोड़ रहा है। इसमें भालू ने पिछली रात एक ही व्यक्ति तिलकराज के 60 से 70 पौधों की टहनियों को तोड़ दिया। जिस कारण सेब को भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह से गांव के अन्य बागवानों की भी सेब की फसल को भालू ने बर्बाद कर दिया है। यही नही पिछले कई दिनों से भालू के सरत्योला में घूमने के कारण लोगों का डर के कारण घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। ख़ासकर छोटे बच्चों को स्कूल आना और आना बहुत ही मुश्किल हो गया है। महिलाएं भी अकेले खेत मे काम करने नहीं जा पा रही है। पिछले दिनों इसी गांव में जंगल में चलारू इकठ्ठा करने गए व्यक्ति पर भालू ने हमला कर दिया था। जिस कारण वो व्यक्ति कई दिनों तक करसोग के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन रहा। उसके बाद क्षेत्र की जनता दहशत के माहौल में है। खासकर लोगों ने भालू के डर से रात को घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है। स्थानीय निवासी तिलकराज का कहना है कि गांव में भालू ने बहुत आतंक मचाया है। हमारी सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। करीब 60 से 70 पौधे सेब के तोड़ दिए हैं। इसके अलावा गांव वालों के सेब को भी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने वन विभाग से भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने का आग्रह किया है और सेब की फसल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की भी मांग की है। वही इस बारे में डीएफओ करसोग आरके शर्मा का कहना है कि लोग वन विभाग को रस बारे में लिखित तौर पर भी सूचित करें। जिस पर वन विभाग भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगायेगा। 
 
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