मंडीः सराज के कहल्हणी में हुए दर्दनाक हादसे में घायल हुए लोगों के परिजनों ने जोनल हॉस्पिटल मंडी की अव्यवस्थाओं की पोल सीएम जयराम ठाकुर के सामने खोली. यही नहीं परिजनों ने अस्पताल में उपचार के दौरान हुई घायल की मौत के लिए अस्पताल की लचर व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है. घायलों से मिलने के बाद जब सीएम बाहर खड़े परिजनों से मिले तो उन्होंने सीएम के सामने जमकर अपना गुस्सा निकाला.
परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही के लगाए आरोप
उपचार के दौरान हुई मौत में झावे राम के भतीजे खेम राज ने मीडिया को बताया कि रात को घायलों को बेहतर उपचार की सुविधा जोनल हाॉस्पिटल में नहीं मिली. झावे राम के कुछ टेस्ट करवाए थे, जिनकी रिपोर्ट उनकी मृत्यु के बाद आई. बार-बार लैब जाने के बाद भी वहां दरवाजा नहीं खोला गया और डॉक्टर के पास जाकर उन्हें बुलाने पर भी वे नहीं आए.
समय रहते हुए शिमला रेफर न करने से मौत
उन्होंने कहा कि सुबह सीएम को खुश करने के लिए यहां डॉक्टरों की फौज खड़ी कर दी गई. यह सारे आरोप इन्होंने सीएम के समक्ष लगाए हैं. इनका कहना है कि अगर झावे राम को समय रहते शिमला रेफर कर दिया जाता तो उनकी जान बच सकती थी.
सीएम ने सीएमओ से मांगा स्पष्टीकरण
वहीं, परिजनों से मिलकर उनकी बात सुनने के तुरंत बाद सीएम जयराम ठाकुर ने सीएमओ मंडी से सारा स्पष्टीकरण मांगा. सीएमओ मंडी ने सीएम को बताया कि जो टेस्ट किए थे उनकी रिपोर्ट किसी दूसरे स्थान से आनी थी और उसमें थोड़ा समय लगता है.
मुख्यमंत्री ने कोताही न बरतने के दिए निर्देश
सीएम ने सीएमओ मंडी को निर्देश दिए कि अगर किसी को रेफर करने की जरूरत है तो उसे तुरंत प्रभाव से रेफर किया जाए और किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए. बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं जब स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर लोगों ने सवालिया निशान लगाए हो. इससे पहले भी कई बार स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में घिर चुकी है.
ये भी पढ़ें- पाम ऑयल पर सेस लगाने से व्यापारी परेशान, बोले- कमाई कम और नुकसान ज्यादा होने की उम्मीद
ये भी पढ़ें- अटल टनल बनने से लाहौल के लोगों को सुविधा, स्पीति के लिए 'दिल्ली अभी भी दूर'