मंडी: पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के निधन (pandit sukh ram passes away) से प्रदेश में शोक की लहर है. वहीं, मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा ने अपने दिवंग्त पिता पंडित सुखराम के अधूरे सपनों को पूरा करने और उनके बेटे आश्रय शर्मा ने अपने पिता के संघर्षपूर्ण जीवन पर किताब लिखने की बात कही है. पंडित सुखराम के पार्थिव शरीर को लेकर घर पहुंचे दोनों पिता-पुत्र भावुक हुए और अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए.
बुधवार को शाम करीब सात बजे पंडित सुखराम की पार्थिव देह उनके बाड़ी गुमाणू स्थित निवास पर पहुंची. पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही सभी परिजन और कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता भावुक हो उठे. इस दौरान मीडिया कर्मियों से बात करते हुए अनिल शर्मा (Anil sharma on pandit sukh ram) अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए. उन्होंने कहा कि उन्हें पंडित सुखराम का पुत्र होने पर गर्व है, जो अधूरे सपने उनके रह गए हैं वे उन्हें पूरा करने का प्रयास करेंगे.
अनिल शर्मा ने बताया कि राजनीति में रहते हुए कभी पंडित सुखराम को अपने परिवार को समय देने का मौका नहीं मिला. अब वे परिवार के साथ ही रहते थे तो पूरा परिवार खुशहाल था, लेकिन भगवान को शायद ये खुशियां मंजूर नहीं थी. वहीं, पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने कहा कि पंडित सुखराम जैसी शख्सियत इस धरती पर फिर कभी जन्म नहीं ले सकती. जितना संघर्षपूर्ण जीवन उनका रहा, उससे भावी युवी पीढ़ी को बहुत कुछ सीखने (pandit sukh ram biography) का मौका मिलेगा. इसलिए वे अपने दादा के संघर्षपूर्ण जीवन पर किताब (Aashray Sharma will pay tribute to Pandit Sukhram) लिखेंगे, ताकि लोगों को उससे प्रेरणा मिल सके.
वहीं, पंडित सुखराम की पार्थिव देह के घर पहुंचते ही कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. श्रद्धांजलि देने वालों में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक विक्रमादित्य सिंह, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, प्रकाश चौधरी और पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मौजूद रहे. कौल सिंह ठाकुर, प्रकाश चौधरी और विक्रमादित्य सिंह ने पंडित सुखराम के निधन को एक अपूरणीय क्षति बताया और उनके योगदान को याद करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने की बात कही.
बता दें कि आज यानी गुरुवार को सुबह 11 बजे पंडित सुखराम की पार्थिव देह को ऐतिहासिक सेरी मंच पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. सेरी मंच पर ही सीएम जयराम ठाकुर सहित तमाम नेता और आम लोग उनके अंतिम दर्शन करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
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