करसोग: हिमाचल का 50वां पूर्ण राज्यत्व दिवस का समारोह इस बार लोगों के लिए यादगार रहने वाला है. उपमंडल में इस बारे में खास तैयारियां चल रही है. करसोग प्रशासन और भाषा एवं संस्कृति विभाग मिलकर पूर्व राज्यत्व दिवस को आकर्षक बनाने जा रहा है.
50 सालों में हिमाचल में कितना बदलाव
25 जनवरी 1971 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद 50 सालों में हिमाचल प्रगति के पथ पर कितना चला है, करसोगवासियों को दीवारों पर इसकी झलक नजर आएगी. पूर्ण राज्य मिलते समय स्थिति क्या थी और 50 सालों में हिमाचल में किस तरह का बदलाव आया है, ये सब कुछ लोगों को वॉल पेंटिंग के माध्यम से बताया जाएगा. इसके लिए इन दिनों मुख्य बाजार की दीवारों पर आकर्षक पेटिंग से सजाया जा रहा है.
पेंटिंग के जरिए हिमाचल का 50 साल का सफर
पेंटिंग के जरिए हिमाचल के 50 साल के सफर को आकर्षक अंदाज में प्रस्तुत किया जा रहा है. ये पेंटिंग बाजार की ऐसी दीवारों पर की जा रही जहां पर आसानी से लोगों की नजर जा सके. ऐसे में सीमेंट व पत्थरों की बेजान दीवारें खूबसूरत पेंटिंग से चमकने लगी है. जिससे सड़क मार्ग से गुजरने हर व्यक्ति की नजर पेंटिंग पर पड़ रही है. इससे लोगों की उत्सुकता और बढ़ गई है.
राज्यत्व दिवस के समारोह के लिए तैयारी
50वें पूर्ण राज्यत्व दिवस के समारोह को यादगार बनाने के लिए प्रशासन तैयारियों को लेकर पूरी नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि 1 नवंबर 1956 को हिमाचल केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था. इस दौरान पंजाब के कई हिस्सों सहित कांगड़ा को हिमाचल में शामिल किया गया था. इसके बाद 18 दिसंबर 1970 को हिमाचल प्रदेश एक्ट पास किया गया और इस तरह 25 जनवरी 1971 को हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला, जो कि देश का 18वां राज्य बना.
दीवार पर पेंटिंग से हिमाचल का सफर
मंडी जिला के पेंटर नवजोत ने बताया कि प्रशासन के आदेशों पर इन दिनों वॉल पेंटिंग का कार्य चल रहा है. जिसमें 50वें राज्यत्व दिवस के अवसर पर हिमाचल के अब तक के सफर को वॉल पेंटिंग के माध्यम से बताया जा रहा है.
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