सुंदरनगर: जिला मंडी में एनएचएआई प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. किरतपुर-मनाली निर्माणाधीन फोरलेन के कार्य के कारण क्षेत्र में कभी भी डेंगू दस्तक दे सकता है. उपमंडल सुंदरनगर के नौलखा से बल्ह के डडौर तक सोलिंग डालने के नाम पर खोदी गई ट्रेंचो में आज कल पानी भर गया है.
इसके कारण आसपास के क्षेत्रों में मच्छरों की तादाद बढ़ने लग गई है. इन तालाब के आकार के गड्ढों में जो भरान होना था वो अभी तक नहीं हो पाया है, जबकि यह भरान बरसात से पहले हो जाना चाहिए था. एनएचएआई की ठेकेदार कंपनियों के पास न रणनीति है और न ही काम करने की नीयत है. जिस तरह से ये तालाब बने है इनमें पैदा होने वाले मच्छरों से डेंगू फैलने की आंशका है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि काफी अरसे पहले खोदे गए इन गड्ढे को अगर समय रहते भर दिया गया होता तो ये नौबत नहीं आती. जानकारी के अनुसार ये ट्रेंच फरवरी महीने के खोदे गए हैं. इनमें जेएसबी से भरान किया जाना था मगर लॉकडाउन के कारण ये सब काम ठप पड़ गया था. ठेकेदार और कंपनियां अभी भी इस समस्या पर गौर नहीं कर रही है.
इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग कई बार प्रशासन को अवगत करवा चुका है. बता दें कि पिछले साल भी जब जिला मंडी के डैहर कस्बे में डेंगू फैला था तो उसका असर काफी जगह पर पड़ा था. वहां पर भी फोरलेन की डंप की हुई मशीनों में पानी जमा होने से मच्छर फैले थे.
वहीं, मामले को लेकर जनकल्याण समिति के अध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान ने कहा कि किरतपुर-मनाली फोरलेन कार्य को कंपनी ने बीच रास्ते में बंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि कंपनी के खोदे गए गढ्ढों में सोलिंग का कार्य नहीं होने के कारण बरसात का पानी भर गया है. इससे क्षेत्र में कभी भी डेंगू फैल सकता है.
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