करसोग: उपमंडल के तहत बगशाड (Bagshad under Karsog sub-division) में खुली नई सब तहसील में लोगों के कार्य होने शुरू हो गए हैं. यहां बुधवार को फलींडी गांव के तीन भाइयों गोपाल सिंह, दिनेश कुमार व हेमंत कुमार के नाम पहला इंतकाल हुआ हैं. ये जमीन डुमणु राम पुत्र बिहारी लाल ने अपने तीनों बेटे के नाम की थी. बगशाड सब तहसील के पहले नायब तहसीलदार उमादत्त ने ये इंतकाल किया. पहले दिन कुल 20 इंतकाल हुए. लोगों ने घरद्वार पर सुविधा मिलने पर सरकार का आभार प्रकट किया है.
बता दें बगशाड सब तहसील के तहत 15 के करीब पंचायत को शामिल किया गया है. इन पंचायतों के लोगों को इससे पहले अपने कार्य करवाने के लिए 50 से 60 किलोमीटर का सफर तय कर करसोग जाना पड़ता था. बगशाड सब तहसील के तहत कुंड व बेलुढांक सहित कई ऐसे दुर्मम क्षेत्र है, जो आजादी के सात दशक बाद भी सड़क सुविधा से नहीं जुड़े हैं. ऐसे में पहले लोगों को मुख्यमार्ग तक बस पकड़ने के लिए 7 से 8 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके पहुंचना पड़ता है, इसके बाद बस सुविधा के माध्यम से 50 से 60 किलोमीटर की दूरी तय करके करसोग पहुंचते हैं. ऐसे में लोग लंबे समय से बगशाड में उपतहसील खोलने की मांग कर रहे थे.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने जनभावना को देखते हुए अपने 28 व 29 जुलाई को दो दिवसीय करसोग दौरे के दौरान बगशाड में सब तहसील खोलने की घोषणा की थी. इसके बाद अब लोगों को सब तहसील में सभी तरह की जरुरी सुविधाएं मिलनी शुरू हो गई है. नायब तहसीलदार उमादत्त (Naayab Tehsildar Umadut) ने बताया कि बगशाड सब तहसील में लोगों के कार्य शुरू हो गए हैं. उन्होंने कहा कि पहले दिन कुल 20 इंतकाल हुए.
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