मंडीः हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ मंडी की बैठक राज्य प्रधान नरेश महाजन की अध्यक्षता सुंदरनगर में आयोजित की गई. इसमें सभी खंडों के खंड प्रधान, खंड महासचिव, खंड वित्त सचिव व खंडों की कार्यकारिणी से कुल 40 अध्यापकों ने भाग लिया. इस बैठक में मुख्य मुद्दा जिला मंडी हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ की कार्यकारिणी का विस्तार करना था. जिसके तहत जिला कार्यकारिणी का विस्तार किया गया.
मुख्य सलाहकार नानक चंद प्रवक्ता वाणिज्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कागल खंड बल को सौंपी गई. मुख्य संरक्षक काका सत्य प्रकाश शर्मा प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छमिया को सौंपी गई. बैठक में निर्णय लिया गया कि बहुत जल्द पूरी कार्यकारिणी की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी, जिसमें सभी खंडों को नेतृत्व दिया जाएगा.
बैठक में पीटीए से कॉन्ट्रैक्ट पर आए हुए अध्यापकों को 3% वार्षिक वेतन वृद्धि प्रदान करने और इन अध्यापकों का डीए बहाल करने की मांग की गई. वर्तमान में पीटीए से अनुबंध पर आए अध्यापकों को जिनका 3 वर्ष का सेवाकाल पूरा हो गया उन्हें नियमित करने की मांग की गई. बैठक में यह भी मांग रखी गई कि अभी 30 दिसंबर 2019 को निदेशक के पत्र के माध्यम से कुछ अध्यापक की वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई है जो कि तर्कसंगत नहीं है.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जो 26 अप्रैल 2010 के बाद पदोन्नत हुए पीजीटी हैं, उन्हें भी पहले की तरह प्रवक्ता बनाया जाए और फिर मुख्य अध्यापक भी बनाया जाए. इसके साथ ही किसी भी पद पर कार्यरत कोई भी अध्यापक जिसका भी नियमित सेवा काल 20 वर्ष हो जाए को दो विशेष वेतन वृद्धि प्रदान की जाए. विज्ञान अध्यापकों को वर्तमान में मिलने वाला प्रायोगिक भत्ता ₹150 से बढ़ाकर ₹1000 किया जाए.
बैठक में एक मांग रखी गई कि एसएमसी पर तैनात अध्यापकों की सेवाएं जिनका दिसंबर में कार्यकाल पूरा हो गया है, उनका एग्रीमेंट जल्द प्रभाव से जारी किया जाए ताकि फरवरी में ही पाठशाला खुलने पर उनकी ब्रेक इन सर्विस ना आए. विभाग इन अध्यापकों को 12 आकस्मिक अवकाश का अधिकार दे, जो कि पहले भी मुख्यमंत्री से मांग रखी थी. उसको विभाग तुरंत प्रभाव से जारी करें. क्लॉज 9 व 10 को हटाया जाए, जिसमें नियमत अध्यापक आने पर उनकी सेवाएं समाप्त न की जाए.
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