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महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ मामले की जांच पूरी, साक्ष्यों के अभाव में क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में पेश

एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले में जांच की गई थी. साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने अब क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी है.

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Published : Jan 29, 2020, 12:58 PM IST

molestation case investigation completed in mandi
महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ मामले की जांच पूरी

मंडी: बहुचर्चित थाची पीएचसी में तैनात महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ व मारपीट मामले में पुलिस ने जांच पूरी कर ली है. साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है. काफी छानबीन के बाद मामले में आरोपी की पहचान नहीं हो पाई, इस वजह से अब यह मामला फाइलों में बंद हो गया है.

थाची पीएचसी में तैनात महिला डॉक्टर ने 15 जून 2018 को ड्यूटी के दौरान एक व्यक्ति पर छेड़छाड़ व मारपीट के आरोप लगाए थे. पुलिस ने आरोपी की पहचान के लिए काफी छानबीन की और लोगों के बयान भी लिए लेकिन शिनाख्त परेड में महिला डॉक्टर आरोपी को नहीं पहचान पाई.

महिला डॉक्टर के अनुसार आरोपी ने नीली शर्ट पहन रखी थी और उसके चेहरे पर काला तिल था. मामला सीएम जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा था, इस वजह से मामले ने काफी तूल पकड़ा. घटना के विरोध में जिला भर के डॉक्टर हड़ताल पर भी रहे थे. सीएम के आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ली थी. एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले में जांच की गई थी. साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने अब क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी है.

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बता दें कि यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था. डॉक्टरों ने तीन दिन के लिए दो-दो घंटे के लिए पेन डाउन स्ट्राइक भी की थी. कई संगठनों ने भी इलाके को बदनाम करने की साजिश बताते हुए धरना प्रदर्शन किए थे. हालांकि अब साक्ष्यों के अभाव में मामले में क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी गई है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल से बाहर सजेगा जयराम का दरबार! दिल्ली में हो सकती है कैबिनेट बैठक

मंडी: बहुचर्चित थाची पीएचसी में तैनात महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ व मारपीट मामले में पुलिस ने जांच पूरी कर ली है. साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है. काफी छानबीन के बाद मामले में आरोपी की पहचान नहीं हो पाई, इस वजह से अब यह मामला फाइलों में बंद हो गया है.

थाची पीएचसी में तैनात महिला डॉक्टर ने 15 जून 2018 को ड्यूटी के दौरान एक व्यक्ति पर छेड़छाड़ व मारपीट के आरोप लगाए थे. पुलिस ने आरोपी की पहचान के लिए काफी छानबीन की और लोगों के बयान भी लिए लेकिन शिनाख्त परेड में महिला डॉक्टर आरोपी को नहीं पहचान पाई.

महिला डॉक्टर के अनुसार आरोपी ने नीली शर्ट पहन रखी थी और उसके चेहरे पर काला तिल था. मामला सीएम जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा था, इस वजह से मामले ने काफी तूल पकड़ा. घटना के विरोध में जिला भर के डॉक्टर हड़ताल पर भी रहे थे. सीएम के आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ली थी. एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले में जांच की गई थी. साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने अब क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी है.

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बता दें कि यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था. डॉक्टरों ने तीन दिन के लिए दो-दो घंटे के लिए पेन डाउन स्ट्राइक भी की थी. कई संगठनों ने भी इलाके को बदनाम करने की साजिश बताते हुए धरना प्रदर्शन किए थे. हालांकि अब साक्ष्यों के अभाव में मामले में क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी गई है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल से बाहर सजेगा जयराम का दरबार! दिल्ली में हो सकती है कैबिनेट बैठक

Intro:मंडी। बहुचर्चित थाची पीएचसी में तैनात महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ व मारपीट मामले में पुलिस ने जांच पूरी कर ली है। साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है। लंबी माथापच्ची के बाद मामले में आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है। जिस पर अब यह मामला फाइलों में बंद हो गया है।


Body:थाची पीएचसी में तैनात महिला डॉक्टर ने 15 जून 2018 को ड्यूटी के दौरान एक व्यक्ति द्वारा छेड़छाड़ व मारपीट के आरोप लगाए थे। पुलिस ने आरोपी की पहचान के लिए इलाके के सारे गांव छान दिए और लोगों के बयान भी लिए, लेकिन शिनाख्त परेड़ में महिला डॉक्टर आरोपी को नहीं पहचान पाई। महिला डॉक्टर के अनुसार आरोपी ने नीली कमीज पहनी थी और उसके चेहरे पर काला तिल था। इसके अलावा डॉक्टर आरोपी को नहीं पहचानती थी। यह मामला सीएम जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा होने पर मामले ने खूब तूल पकड़ा और जिलाभर में डॉक्टर भी हड़ताल पर रहे। सीएम के आश्वासन के बाद हड़ताल तो डॉक्टरों ने वापस ले ली थी, लेकिन कई माह की पुलिस जांच के बाद भी आरोपी की पहचान ही नहीं हो पाई। वहीं, एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले में जांच की गई थी। साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने अब क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी है।

बाइट - गुरदेव शर्मा, एसपी मंडी




Conclusion:बता दें कि थाची पीएचसी में महिला डॉक्टर के साथ पेश आए यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था। डॉक्टरों ने तीन दिन के लिए दो दो घंटे के लिए पेन डाउन स्ट्राइक भी की थी। कई संगठनों ने भी इलाके को बदनाम करने की साजिश बताते हुए धरना प्रदर्शन किए थे। हालांकि अब साक्ष्यों के अभाव में मामले में क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी गई है। 
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