मंडी: देश की आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अवसर पर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, अमृत महोत्सव के अवसर पर डाक विभाग मंडी ने स्वतंत्रता सैनानी भाई हिरदा राम को याद किया है. डाक विभाग ने माई स्टांप योजना के तहत भाई हिरदाराम के फोटो का 12 डाक टिकटों का एक फ्रेम शुक्रवार को उनके परिवार को सौंपा. विभाग ने डाक टिकटों में सेल्यूलर जेल की फोटो छपवाई है.
इस मौके पर स्वतंत्रता सैनानी भाई हिरदा राम के पौत्र शमशेर मिन्हास ने विभाग द्वार स्वतंत्रता सैनानियों और शहीदों को दिए जा रहे इस प्रकार के सम्मान के लिए आभार जताया. वहीं, उन्होंने प्रदेश सरकार से भाई हिरदाराम ट्रस्ट के लिए जमीन मुहैया करवाने की भी मांग उठाई है ताकि स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदा राम के बलिदान की गाथा को संजोकर रखा जा सके. इसके साथ ही उन्होंने शहर में लगी उनके दादा की प्रतिमा के सही रखरखाव की मांग भी उठाई है.
वहीं, इस मौके पर डाक विभाग मंडी मंडल के प्रवर अधीक्षक भवानी प्रसाद ने बताया कि उनके विभाग के लिए यह गर्व की बात है कि उन्हें देश की स्वतंत्रता में अपना अहम योगदान देने वाले सैनानियों का सम्मान करने का मौका मिला है. उन्होंने बताया कि देश की आजादी के स्वर्णिम महोत्सव के मौके पर अन्य कार्यक्रमों का आयोजन भी विभाग के द्वारा करवाया जा रहा है, जिसके चलते मंडी शहर के स्वतंत्रता सेनानी की माई स्टांप बनवाई गई है.
बता दें कि भाई हिरदाराम महान देश भक्त व क्रांतिकारी रहे हैं, जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी अहम भूमिका निभाई. उनका जन्म 28 नवंबर 1885 को पिता गज्जन सिंह के घर मंडी में हुआ. भाई हिरदा राम गदर पार्टी के प्रमुख सदस्य थे और उन्हें लाहौर बम षडयंत्र में फांसी की सजा हुई थी, जिसके बाद यह सजा आजीवन कारावास में बदल दी गई. अंडमान निकोबार की जेल में सजा काटने के बाद वे 1929 घर वापस आए, उनका 21 अगस्त 1965 में उनका देहांत हो गया.
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