मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में सदर भाजपा विधायक अनिल शर्मा के द्वारा 7 माह के बाद चुप्पी तोड़ने पर मंडी में सियासत गरमा गई है. 22 अक्टूबर को सदर भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत सरकार पर हल्ला बोला है. साथ ही, विधायक ने प्रदेश सरकार पर कई सवाल उठाए हैं.
दरअसल, 2 सप्ताह पहले ही हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला मंडी में हिमाचल किसान संवाद सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे. इस दौरान राजीव शुक्ला सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने पंडित सुखराम के घर लंच किया था. हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला पंडित सुखराम और उनके पोते आश्रय शर्मा से भी मुलाकात की थी. हालांकि, मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा इस लंच पार्टी में मौजूद नहीं थे.
हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के घर से जाने के बाद से ही सदर भाजपा विधायक अनिल शर्मा के तेवर बदले हैं. लोकसभा चुनावों के दौरान मंडी लोकसभा से अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया था, इसके बाद ही भाजपा विधायक अनिल शर्मा को कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा था, हालांकि उन्होंने भाजपा से इस्तीफा नहीं दिया और पार्टी में बने हुए हैं. कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद से ही अनिल शर्मा पूरी तरह से पार्टी से किनारा किये हुए हैं.
आपको बता दें कि सदर भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने बीते गुरुवार को उन्हें और उनके परिवार को विभिन्न राजनीतिक मंचों से प्रताड़ित करने का प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया था. वहीं, अनिल शर्मा का कहना है कि जब से उन्होंने मंत्री पद छोड़ा है. उसके बाद सदर में विकास कार्य रफ्तार धीरी पड़ गई है.