करसोग: हिमाचल के मंडी जिले के करसोग महाविद्यालय में क्रमिक अनशन पर (NSUI Hunger strike in Karsog college) बैठे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के समर्थन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी भी उतर आई है. इससे करसोग में सियासी पारा और चढ़ गया है. शुक्रवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पृथी सिंह नेगी ने एक पत्रकारवार्ता को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री पर करसोग से भेदभाव बरते जाने के आरोप लगाए.
नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री पड़ोसी होने का तो दावा करते है, लेकिन करसोग की जनता की उन्हें कोई चिता नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने करसोग महाविद्यालय से प्राध्यपकों का तबादला अपने विधानसभा क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों को करके छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया है. आज स्थिति ये है कि महाविद्यालय में 36 में से प्राध्यपकों के 22 पद रिक्त पड़े हैं. इसके अतिरिक्त नॉन टीचिंग स्टाफ में भी स्टाफ की कमी है.
हैरानी की बात है कि एनएसयूआई के छात्र चार दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठ कर प्रधायपकों के पद भरे जाने के लिए संघर्ष कर रहे है, लेकिन इस मामले पर स्थानीय विधायक ने भी छुपी साध रखी है. उन्होंने कहा सरकार और स्थानीय विधायक प्राध्यापकों के पदों को भरने के लिए कुछ नहीं कर रही है, जो बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है. उन्होंने कहा कि अगर महाविद्यालय से किए गए तबादलों को रद्द नहीं किया गया तो कांग्रेस जन आंदोलन शुरू करेगी.
इस अवसर पर करसोग ब्लॉक कांग्रेस कमेटी (Karsog block congress committee) के उपाध्यक्ष जगत राम जगत ने सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार तुरंत प्रभाव से रिक्त पदों को भरे जाने की मांग की है, ताकि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ न हो. इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता हरिओम शर्मा, रमेश कुमार व अशोक शर्मा भी उपस्थित रहे.
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