मंडी: जोगिंद्र नगर उपमंडल के गडूही गांव की 23 वर्षीय ज्योति के शरीर के बचे हुए अवशेषों का वीरवार को पूरे विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. चिता को ज्योति के भाई दीपक ने मुखाग्नि दी. यह अंतिम संस्कार ज्योति के हराबाग स्थित शमशानघाट में पुलिस के पहरे के बीच किया गया.
बता दें कि 7 सितंबर को ज्योति का क्षत-विक्षत शव उसके घर के पीछे वाले जंगल में एक महीने बाद मिला था. उसके अगले दिन ज्योति का सिर बरामद हुआ था. उसके बाद पुलिस और फारेंसिक टीम ने सभी अंगों को एकत्रित करके टांडा मेडिकल कॉलेज में उनका पोस्टमार्टम किया और आज शव परिजनों के हवाले किया गया जिसके बाद अंतिम संस्कार हो पाया.
ज्योति के परिजनों ने आज एक बार फिर से अपनी बेटी की मौत को हत्या बताते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है. अपनी बेटी को इस स्थिति में अंतिम विदाई देते वक्त परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. बता दें कि ज्योति का पति शिव कुमार धारा 306 के तहत दर्ज मुकदमे में अभी तक पुलिस की गिरफ्त में है.
डीएसपी पधर लोकेंद्र नेगी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया था जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पुलिस मामले की हर पहलू से बारिकी से जांच पड़ताल कर रही है. फारेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही यह पता चल पाएगा कि मौत की असली वजह क्या थी.
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