मंडीः कोरोना महामारी के बीच पीएम मोदी ने देश की जनता को 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया ताकि संकट के इस दौर से गुजर रहे देश को राहत मिल सके, लेकिन इस पर सुंदरनगर के पूर्व विधायक एवं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर ने सवाल खड़े कर दिए है.
उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ के पैकेज के नाम पर देश की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है. उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि चुनाव जीतने के लिए अगर भाजपा 4-4 हजार की राशि सीधे खातों में डालकर जनता को धोखा दे सकती हैं, तो वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में 50 से अधिक दिनों से घर बैठे आमजन के खातों में अब आपदा के समय राशि क्यों नहीं डाल सकते.
उन्होंने कहा कि देश के मध्यम व गरीब तबके के सभी तरह के लोगों के खातों में कम से कम 7500 सौ रुपए की राशि प्रतिमाह दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा देश के 30 लाख करोड़ के वार्षिक बजट में से ही आंकड़े का हेरफेर कर वित्त मंत्री घोषणाएं करती रही हैं.
उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज की घोषणा भी विदेशों से ला रहे काला धन के 15 लाख की तरह से जुमला है. पिछले 4 दिन से चार चरणों में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश की जनता के राहत पैकेज के आंकड़ों के मायाजाल के जरिए 4 दिन से इस तरह प्रचारित कर रहे हैं, जैसे भाजपा का घोषणा पत्र जारी कर रहे हो.
सोहनलाल ठाकुर ने कहा कि इस वक्त पूरे देश की सड़कों पर मजदूर भूख और प्यासे परेशान है. तपती धूप में पैदल अपने गांव और घर की तरफ जा रहा है, तब उसे प्रदेश में घुसने से रोक कर लाठिया मारी जा रही हैं. तब मजदूर के लिए आर्थिक पैकेज में सीधे पैसे देने का कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा कि इस आर्थिक पैकेज में गरीब और मीडियम क्लास को कुछ नहीं दिया गया है. वास्तविकता में यह पैकेज 20 लाख करोड़ का है ही नहीं.